सेना प्रमुख ने मेजर रोहित बचवाला की मानवता को सराहा, झांसी स्टेशन पर गर्भवती महिला की जान बचाकर पेश की मिसाल
भारतीय सेना के मेजर रोहित बचवाला ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि सेना के जवान केवल युद्ध के मैदान में ही नहीं, बल्कि आम जीवन में भी नायक होते हैं। झांसी रेलवे स्टेशन पर एक गर्भवती महिला की आपात स्थिति में सहायता कर मेजर रोहित ने मानवीयता और जिम्मेदारी का उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत किया।
इस घटना की जानकारी सेना ने अपने आधिकारिक ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) हैंडल के माध्यम से साझा की। सेना ने बताया कि किस तरह मेजर रोहित बचवाला ने रेलवे स्टेशन पर एक गर्भवती महिला की गंभीर हालत में तत्काल मदद पहुंचाई और समय रहते चिकित्सकीय सहायता सुनिश्चित कर महिला व उसके गर्भस्थ शिशु की जान बचाई।
सोमवार को इस सराहनीय कार्य के लिए थलसेनाध्यक्ष (COAS) जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने मेजर रोहित की विशेष प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि “मेजर रोहित का यह कदम भारतीय सेना के उस मूल मंत्र को दर्शाता है, जिसमें हर परिस्थिति में मानव सेवा सर्वोपरि मानी जाती है।” जनरल द्विवेदी ने उन्हें न सिर्फ एक समर्पित अधिकारी बल्कि एक सच्चा इंसान बताते हुए उनकी प्रशंसा की।
सेना द्वारा साझा की गई पोस्ट में यह भी बताया गया कि झांसी रेलवे स्टेशन पर जब महिला यात्री को अचानक प्रसव पीड़ा हुई और वह बेहोश होने लगी, तब मौके पर मौजूद मेजर रोहित ने तुरंत प्राथमिक चिकित्सा मुहैया कराई। उन्होंने रेलवे अधिकारियों को सूचित कर एंबुलेंस बुलवाई और महिला को सुरक्षित अस्पताल पहुंचाया।
सोशल मीडिया पर भी मेजर रोहित की इस मानवीय पहल की जमकर सराहना हो रही है। हजारों लोगों ने सेना के इस अधिकारी को सलाम करते हुए कहा कि यह कार्य न सिर्फ सेना की छवि को गौरवांवित करता है, बल्कि समाज के हर व्यक्ति को प्रेरणा भी देता है।
भारतीय सेना के अनुसार, मेजर रोहित वर्तमान में झांसी में तैनात हैं और अपने कार्यक्षेत्र में उच्च अनुशासन, समर्पण और संवेदनशीलता के लिए पहचाने जाते हैं।
यह घटना न केवल एक अधिकारी के मानवीय दृष्टिकोण की मिसाल है, बल्कि यह भी बताती है कि सेना के जवान हर वक्त नागरिकों की सेवा में तत्पर रहते हैं, चाहे वह सीमाओं की रक्षा हो या आमजन की सुरक्षा और सहायता।

