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आगरा में जलभराव से परेशान ग्रामीणों ने किया विरोध, समाजसेवी ने ली 'जल समाधि', सात घंटे बाद प्रशासन ने उठाया कदम

आगरा में जलभराव से परेशान ग्रामीणों ने किया विरोध, समाजसेवी ने ली 'जल समाधि', सात घंटे बाद प्रशासन ने उठाया कदम

मनकेंड़ा गांव के लोग जब महीनों से जलभराव की समस्या से जूझते रहे और बार-बार शिकायतों के बावजूद प्रशासन की ओर से कोई समाधान नहीं मिला, तो आखिरकार मंगलवार को उनका सब्र टूट गया। ग्रामीण सड़क पर उतर आए और जोरदार विरोध-प्रदर्शन किया।

लेकिन जब इससे भी कोई असर नहीं हुआ तो गांव की समाजसेवी सावित्री चाहर ने विरोध का एक कट्टर लेकिन शांतिपूर्ण तरीका अपनाते हुए तालाब में उतरकर 'जल समाधि' ले ली। सात घंटे तक वह तालाब के भीतर खड़ी रहीं।

यह दृश्य सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और पूरे प्रशासनिक अमले में हड़कंप मच गया। अंततः जिला प्रशासन की नींद टूटी और मौके पर दो पंप सेट लगाए गए, जिनकी मदद से जलनिकासी शुरू कराई गई। इसके बाद ही समाजसेवी तालाब से बाहर निकलीं।

क्या है पूरा मामला?

मलपुरा क्षेत्र के मनकेंड़ा गांव में लंबे समय से जलभराव की समस्या बनी हुई है। हर बार बरसात के बाद गांव की गलियां और खेत पानी में डूब जाते हैं। ग्रामीणों ने कई बार स्थानीय अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से गुहार लगाई, लेकिन समाधान नहीं हुआ।

मंगलवार को जब जलभराव बढ़ने से गांव का जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया, तो गांववासियों ने सड़क जाम कर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया।

समाजसेवी सावित्री चाहर का साहसिक कदम

जब विरोध के बावजूद कोई सुनवाई नहीं हुई तो समाजसेवी सावित्री चाहर ने तालाब में उतरकर जल समाधि लेने का ऐलान कर दिया।
उनका कहना था:

"जब तक गांव से पानी नहीं निकलेगा, तब तक मैं बाहर नहीं आऊंगी। प्रशासन को शर्म आनी चाहिए कि जनता पानी में डूबी है और अधिकारी चुप हैं।"

प्रशासन हरकत में आया

जैसे ही घटना की सूचना प्रशासनिक अधिकारियों तक पहुंची, एसडीएम, तहसीलदार और जल निगम के अधिकारी मौके पर पहुंचे। तालाब किनारे ग्रामीणों की भीड़ लग गई थी।

अधिकारियों ने तत्काल दो पंप सेट मंगवाकर जल निकासी शुरू करवाई, और सात घंटे बाद समाजसेवी को मनाकर तालाब से बाहर निकाला गया।

जनता में नाराजगी, पर सावित्री को समर्थन

ग्रामीणों ने कहा कि अगर सावित्री चाहर ऐसा साहसिक कदम न उठातीं तो शायद प्रशासन जागता ही नहीं। उनके इस शांतिपूर्ण विरोध को गांवभर का समर्थन मिला।

प्रशासन ने दिए स्थायी समाधान के संकेत

मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने जलनिकासी के स्थायी समाधान के लिए नाले की सफाई और ड्रेनेज लाइन की नई योजना तैयार करने का आश्वासन दिया है।

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