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आगरा में फर्जी म्यूजिक डायरेक्टर ने जीआरपी सिपाही को ठगा, 5.32 लाख रुपये की ठगी

आगरा में फर्जी म्यूजिक डायरेक्टर ने जीआरपी सिपाही को ठगा, 5.32 लाख रुपये की ठगी

उत्तर प्रदेश के आगरा से चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसमें एक जीआरपी सिपाही को फर्जी म्यूजिक डायरेक्टर ने ठग लिया। घटना में आरोपी ने कंपनी में सिक्योरिटी मनी जमा कराने के नाम पर सिपाही से 5.32 लाख रुपये ऐंठ लिए और उसके मोबाइल नंबर को ब्लॉक कर दिया। इस ठगी के बाद पीड़ित सिपाही को अपने पैरों तले जमीन खिसकती महसूस हुई।

जानकारी के अनुसार, पीड़ित जीआरपी सिपाही गाने का शौक रखते हैं और उन्होंने एक म्यूजिक कंपनी में काम करने के लिए फर्जी डायरेक्टर से संपर्क किया। कंपनी में शामिल होने और गाने की रिकॉर्डिंग कराने के लिए उनसे सिक्योरिटी मनी के रूप में 5.32 लाख रुपये जमा करने को कहा गया। विश्वास में आने के कारण सिपाही ने राशि जमा कर दी, लेकिन इसके बाद आरोपी ने उनका नंबर ब्लॉक कर दिया और किसी तरह का संपर्क नहीं रखा।

जब सिपाही को ठगी का अहसास हुआ, तो उन्होंने तुरंत साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू कर दी है। साइबर थाना की टीम आरोपी की पहचान और उसके ठिकानों का पता लगाने में जुटी है। प्रारंभिक जांच में यह पता चला है कि आरोपी ने पहले भी कई लोगों को इस तरह के फर्जी वादों में फंसाया है।

साइबर पुलिस ने लोगों से भी अपील की है कि वे किसी भी अज्ञात कंपनी या व्यक्ति पर आसानी से विश्वास न करें। किसी भी प्रकार के पैसे जमा करने से पहले कंपनी की वैधता और अधिकारी की पहचान की पुष्टि करना आवश्यक है। साइबर अपराधों के बढ़ते मामलों में सतर्क रहना बेहद जरूरी है।

पीड़ित सिपाही ने मीडिया से बातचीत में कहा कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि उनके साथ ऐसा होगा। उन्होंने लोगों से चेतावनी दी कि वे इस तरह की फर्जी कंपनियों और डायरेक्टरों से बचें और किसी भी वित्तीय लेन-देन से पहले जांच अवश्य करें।

पुलिस अधिकारी ने बताया कि मामले की जांच जारी है और आरोपी की जल्द गिरफ्तारी के लिए टीमों को लगाया गया है। उन्होंने कहा कि साइबर अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और ठगी करने वालों को कानून के तहत कड़ी सजा दी जाएगी।

इस घटना ने आगरा में साइबर अपराधों के बढ़ते खतरे को उजागर किया है। विशेषज्ञों का कहना है कि ऑनलाइन धोखाधड़ी और फर्जी वादों के मामलों में लोग अक्सर लापरवाह हो जाते हैं, जिससे अपराधियों को मौका मिलता है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे इंटरनेट और ऑनलाइन लेन-देन में पूरी सतर्कता बरतें।

अंततः, आगरा में जीआरपी सिपाही के साथ हुई यह ठगी न केवल एक व्यक्तिगत आर्थिक क्षति है, बल्कि समाज में ऑनलाइन धोखाधड़ी के प्रति जागरूकता की आवश्यकता को भी दर्शाती है। पुलिस की सक्रियता और लोगों की सतर्कता से ही ऐसे अपराधों को रोका जा सकता है।

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