सीतापुर से आए पुरोहित ने मंदिर भूमि घोटाले के खिलाफ लखनऊ में पानी की टंकी पर चढ़कर दी आत्महत्या की धमकी, CM के OSD से कराई गई मुलाकात

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में मंगलवार सुबह सिविल अस्पताल परिसर में उस समय हड़कंप मच गया जब सीतापुर से आए एक पुरोहित मंदिर की जमीन फर्जी तरीके से बेचे जाने का आरोप लगाते हुए पानी की टंकी पर चढ़ गया।
आत्महत्या की दी धमकी
पुरोहित ने टंकी से नीचे उतरने से इनकार करते हुए कहा कि
"जब तक आरोपियों पर कार्रवाई नहीं होती, मैं जान दे दूंगा।"
वह लगातार मंदिर की जमीन पर फर्जीवाड़े और अधिकारियों की मिलीभगत का आरोप लगाता रहा।
पुलिस ने संभाला मोर्चा
सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। काफी समझाने-बुझाने के बाद पुरोहित को कार्रवाई का आश्वासन दिया गया, जिसके बाद वह नीचे उतरा।
मुख्यमंत्री के ओएसडी से कराई गई मुलाकात
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने पुरोहित की मुलाकात मुख्यमंत्री कार्यालय के ओएसडी (Officer on Special Duty) से करवाई। बताया जा रहा है कि उन्होंने पूरा मामला सुनकर संबंधित अधिकारियों को जांच और आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
जमीन घोटाले की जांच की मांग
पुरोहित ने आरोप लगाया है कि मंदिर की जमीन को कुछ प्रभावशाली लोगों ने मिलीभगत से फर्जी दस्तावेजों के जरिए बेच दिया है। वह काफी समय से प्रशासनिक अधिकारियों से न्याय की गुहार लगा रहे थे, लेकिन कार्रवाई नहीं होने से आक्रोशित होकर उन्होंने यह कदम उठाया।
यह घटना न केवल मंदिर और धर्मस्थल से जुड़े ट्रस्ट मामलों में पारदर्शिता की मांग को रेखांकित करती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि प्रशासनिक अनदेखी किसी को किस हद तक मानसिक तनाव में डाल सकती है।
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