खौलते पानी में गिरने से डेढ़ साल की बच्ची की मौत, परिवार में दो साल में दूसरी ऐसी घटना

उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है, जिसने हर किसी को झकझोर कर रख दिया है। यहां एक डेढ़ साल की मासूम बच्ची की खौलते पानी में गिरने से मौत हो गई। हादसा उस समय हुआ जब परिजन रसोई में छोला बनाने के लिए मटर गर्म पानी में उबाल रहे थे, और खेलते-खेलते बच्ची उसी गर्म भगोने में जा गिरी।
घटना के बाद परिजन तुरंत बच्ची को लेकर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे, जहां से हालत गंभीर देखते हुए उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। दुर्भाग्यवश, इलाज के दौरान ही बच्ची ने दम तोड़ दिया। डॉक्टरों के अनुसार बच्ची का शरीर 70% से अधिक जल चुका था, जिससे उसकी जान बचाना मुश्किल हो गया।
पहले भी हो चुकी है इसी तरह की एक मौत
सबसे हैरान कर देने वाली बात यह है कि इसी परिवार में दो साल पहले भी ऐसी ही एक घटना हो चुकी है, जब एक अन्य बच्ची की गर्म दाल गिरने से जान चली गई थी। अब एक बार फिर वही त्रासदी परिवार पर टूट पड़ी है, जिससे परिजन गहरे सदमे में हैं।
परिवार और गांव में मातम का माहौल
हादसे के बाद से पूरे गांव में शोक का माहौल है। पड़ोसी और रिश्तेदार परिजनों को ढांढस बंधाने में लगे हैं। स्थानीय लोगों के अनुसार परिवार बेहद गरीब है और छोटी-सी झोपड़ी में गुजर-बसर करता है। रसोई और खेलने का स्थान एक ही होने के कारण इस तरह के हादसों की संभावना बनी रहती है।
प्रशासन की तरफ से कोई मदद नहीं
घटना के बाद अभी तक प्रशासन की ओर से कोई सहायता या आर्थिक मदद की घोषणा नहीं की गई है। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि पीड़ित परिवार को मुआवजा और सुरक्षा के इंतज़ाम दिए जाएं, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।
बच्चों की सुरक्षा पर उठे सवाल
यह दर्दनाक घटना एक बार फिर यह सवाल खड़ा करती है कि गरीब और निम्नवर्गीय परिवारों में बच्चों की सुरक्षा के लिए क्या पर्याप्त जागरूकता और इंतजाम मौजूद हैं? रसोईघर और खेल के स्थानों में कोई स्पष्ट विभाजन न होने से ऐसे हादसे अक्सर सामने आते हैं।