गांधी उद्यान में युवतियों को परेशान करने वाले 'हैदरी दल' के खिलाफ केस दर्ज, वीडियो वायरल होने पर पुलिस सक्रिय

शहर के गांधी उद्यान में समुदाय विशेष की युवतियों को परेशान करने के मामले में कोतवाली पुलिस ने 'हैदरी दल' के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है। यह कार्रवाई सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो के आधार पर की गई है, जिसमें कुछ युवक खुद को 'हैदरी दल बरेली' का कार्यकर्ता बताकर सार्वजनिक स्थल पर युवतियों से अभद्रता करते नजर आ रहे हैं।
शनिवार को 'सोफियान' नामक इंस्टाग्राम आईडी से तीन वीडियो अपलोड किए गए थे, जिनमें युवकों का एक समूह गांधी उद्यान में टहल रही युवतियों को टोका-टोकी करता दिख रहा है। एक वीडियो में एक युवक एक युवती को जबरन बुर्का उतारने के लिए कहता है। युवती इसका विरोध करती है और बार-बार मना करती है, लेकिन युवक सार्वजनिक स्थान पर दबाव बनाते दिख रहे हैं।
वीडियो के वायरल होते ही स्थानीय लोगों और सामाजिक संगठनों में नाराजगी फैल गई। वीडियो की जांच के बाद कोतवाली पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए अज्ञात आरोपियों के खिलाफ संबंधित धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की है। पुलिस का कहना है कि वीडियो में दिख रहे युवकों की पहचान कर ली गई है और उनकी तलाश की जा रही है।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इंस्टाग्राम आईडी और वीडियो की जांच साइबर सेल को सौंप दी गई है। शुरुआती जांच में यह सामने आया है कि वीडियो में दिख रहे युवक अपने को 'हैदरी दल' नामक संगठन से जुड़ा बता रहे हैं। हालांकि, अभी तक यह संगठन पंजीकृत नहीं है और इसकी गतिविधियों की कोई अधिकृत जानकारी प्रशासन के पास नहीं है।
इस बीच, बरेली के समाजसेवियों और बुद्धिजीवियों ने इस तरह की घटनाओं की कड़ी निंदा की है। उनका कहना है कि सार्वजनिक स्थानों पर इस तरह की हरकतें न सिर्फ कानून व्यवस्था के लिए चुनौती हैं, बल्कि महिलाओं की स्वतंत्रता और गरिमा के खिलाफ भी हैं।
एसपी सिटी ने बताया कि युवतियों को परेशान करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। यदि कोई संगठन कानून हाथ में लेने की कोशिश करेगा या महिलाओं के अधिकारों का उल्लंघन करेगा, तो उसके खिलाफ कठोर कानूनी कदम उठाए जाएंगे।
फिलहाल पुलिस ने गांधी उद्यान और अन्य प्रमुख सार्वजनिक स्थलों पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है। महिला पुलिसकर्मियों की भी तैनाती की जा रही है ताकि महिलाओं को सुरक्षित माहौल मिल सके।
यह मामला न केवल कानून व्यवस्था का सवाल है, बल्कि सामाजिक मानसिकता की भी परीक्षा है, जहां हर नागरिक का यह दायित्व है कि वह महिलाओं की स्वतंत्रता, गरिमा और सुरक्षा का सम्मान करे। पुलिस और प्रशासन ने आश्वस्त किया है कि दोषियों को जल्द से जल्द पकड़ कर न्याय के दायरे में लाया जाएगा।