गहरी नींद में मां-बाप के नीचे दबकर 26 दिन के नवजात की मौत, सुबह उठी मां तो मची चीख पुकार
गजरौला थाना क्षेत्र के सिहाली जागीर गांव में शनिवार रात एक दर्दनाक हादसा हुआ। मात्र 26 दिन का नवजात बच्चा माता-पिता के साथ गहरी नींद में सोते समय उनके नीचे दब गया, जिससे उसकी मौत हो गई। सुबह जब मां दूध पिलाने के लिए बच्चे को उठाने गई, तो उसने देखा कि बच्चा बिल्कुल स्थिर है।
सूचना मिलते ही परिवार में चीख-पुकार मच गई और आस-पड़ोस के लोग घटना स्थल पर जमा हो गए। नवजात को तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना ने परिवार और पूरे गांव में शोक और सदमे का माहौल पैदा कर दिया।
परिजन और गांव वाले बताते हैं कि बच्चे की अचानक मौत ने सभी को स्तब्ध कर दिया। नवजात पूर्णतः स्वस्थ था और कोई गंभीर बीमारी नहीं थी। पुलिस ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह घटना आकस्मिक मृत्यु के रूप में दर्ज की गई है। हालांकि, हादसे की पूरी जांच की जा रही है और आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने माता-पिता को चेतावनी दी है कि नवजात बच्चों की सुरक्षा में थोड़ी भी लापरवाही घातक साबित हो सकती है। खासकर बेड शेयरिंग करते समय सावधानी अत्यंत जरूरी है। विशेषज्ञों के अनुसार, नवजात बच्चों को अलग सुरक्षित बिस्तर पर सुलाना चाहिए और उनके सोने की स्थिति पर ध्यान रखना चाहिए।
गांव में इस घटना के बाद अन्य माता-पिता भी सतर्क हो गए हैं। उन्होंने कहा कि बच्चों की सुरक्षा और उनकी नींद के दौरान ध्यान रखना प्राथमिक जिम्मेदारी है। स्वास्थ्य विभाग ने भी इस तरह की आकस्मिक मृत्यु से बचने के लिए जागरूकता बढ़ाने की योजना बनाई है।
इस दर्दनाक हादसे ने परिवार के सदस्यों के लिए भारी मानसिक सदमा पैदा किया है। पड़ोसी और ग्रामीण परिवार के साथ खड़े होकर उन्हें सांत्वना दे रहे हैं। पुलिस ने बताया कि ऐसे मामलों में मेडिकल रिपोर्ट और जांच के आधार पर परिवार को सहायता उपलब्ध कराई जाती है।
गजरौला में हुई इस घटना ने यह स्पष्ट किया है कि नवजात बच्चों की सुरक्षा में हर छोटी सावधानी मायने रखती है। परिवार और समाज दोनों को जागरूक रहना चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसे हादसों से बचा जा सके।

