मुख्यमंत्री योगी गुरुवार को सरयू (घाघरा) नदी के कम्हरिया घाट पर बने करीब डेढ़ किलोमीटर लंबे पुल का लोकार्पण करने के बाद यहां आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जिस समय कम्हरिया घाट पर पुल की मांग को लेकर आंदोलन हो रहा था, उस समय संसद चल रही थी। सरयू मैया की कृपा से तब एक बड़ी घटना होने से बच पाई थी। आंदोलन को दबाने के लिए तत्कालीन सपा सरकार ने तमाम अत्याचार किए। तब इस मुद्दे को उन्होंने देश की संसद में उठाया था, देश के सामने इस तथ्य को रखा था कि विकास से कोसों दूर गोरखपुर के दक्षिणांचल के लिए इस पुल का निर्माण अपरिहार्य है।
सीएम ने कहा कि कम्हरिया घाट पर सेतु बन जाने से प्रयागराज, अंबेडकरनगर आजमगढ़ आदि जनपदों की दूरी बहुत सीमित हो जाएगी। बेलघाट, सिकरीगंज और आसपास का यह क्षेत्र गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के साथ भी जुड़कर अब विकास संग कदमताल करेगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह दक्षिणांचल विकास से भले ही कोसों दूर रहा लेकिन सांस्कृतिक रूप से यह बेहद समृद्ध क्षेत्र है। क्षेत्र में पड़ने वाले रामजानकी मार्ग को पूर्व की सरकारों ने भुला दिया था। हमारी सरकार जनकपुर से अयोध्या तक को जोड़ रही है और इनके बीच यह दक्षिणांचल क्षेत्र भी बेहद महत्वपूर्ण है।
--आईएएनएस
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गोरखपुर न्यूज डेस्क !!!