
उत्तर प्रदेश राहत आयुक्त कार्यालय के अनुसार, बुधवार रात से गुरुवार सुबह तक उत्तर प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर भारी बारिश और आकाशीय बिजली गिरने के साथ ओलावृष्टि ने कहर बरपाया। आंकड़ों के अनुसार, फतेहपुर में 6, कासगंज में 5, मेरठ, कानपुर नगर, बुलंदशहर, एटा और औरैया में 4-4, गौतमबुद्ध नगर और कन्नौज में 3-3, गाजियाबाद, फिरोजाबाद, कानपुर देहात और इटावा में 2-2 तथा अलीगढ़, हाथरस, चित्रकूट, अंबेडकर नगर, अमेठी, झांसी, आगरा, उन्नाव, बागपत, आजमगढ़ और अयोध्या में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई।
ओलावृष्टि से सबसे ज्यादा प्रभावित पश्चिमी उत्तर प्रदेश रहा। प्रभावित जिलों में बड़े पैमाने पर बिजली गुल रही और कई जिलों में कृषि को भी नुकसान पहुंचा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को बारिश, ओलावृष्टि और आकाशीय बिजली से प्रभावित जिलों में पूरी तत्परता से राहत कार्य चलाने के निर्देश दिए हैं। योगी ने कहा कि संबंधित अधिकारी प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करें और जान-माल के नुकसान का सर्वेक्षण करें। उन्होंने राहत कार्यों पर भी नजर रखने के निर्देश दिए। राज्य सरकार के प्रवक्ता के अनुसार, लखनऊ से वरिष्ठ अधिकारी स्थिति का आकलन करने और राहत कार्यों की निगरानी करने के लिए प्रभावित जिलों का दौरा करेंगे।
जान-माल की हानि होने पर अधिकारी तत्काल प्रभावितों को राहत राशि वितरित करें। घायलों का समुचित उपचार किया जाए, सीएम ने कहा। उन्होंने अधिकारियों को फसल के नुकसान का आकलन कर रिपोर्ट राज्य सरकार को भेजने के भी निर्देश दिए, ताकि इस संबंध में आगे की कार्रवाई की जा सके। सीएम ने कहा कि जलभराव वाले क्षेत्रों में पानी की निकासी की व्यवस्था प्राथमिकता पर की जाए।