जोगी नवादा में 32 साल पुराना विवाद खत्म, आपसी भाईचारे की मिसाल बनी तख्त जुलूस पर फूलों की बारिश
बरेली के बारादरी थाना क्षेत्र के जोगी नवादा इलाके में रविवार को 32 साल पुराना सांप्रदायिक विवाद पूरी तरह खत्म हो गया। यह ऐतिहासिक पल तब देखने को मिला जब हिंदू बहुल मौर्य गली से होकर मुस्लिम समाज का तख्त जुलूस निकाला गया और हिंदू समाज के लोगों ने फूल बरसाकर स्वागत किया। इस दृश्य ने गंगा-जमुनी तहजीब की एक अनुपम मिसाल पेश की।
दो दिन पहले बनी आपसी सहमति
जानकारी के अनुसार, पिछले 32 वर्षों से जोगी नवादा क्षेत्र में दो समुदायों के बीच तख्त जुलूस निकालने को लेकर विवाद बना हुआ था। हाल ही में दोनों पक्षों ने आपसी सहमति से मामले का शांतिपूर्ण समाधान निकाल लिया। बातचीत और प्रशासन की मध्यस्थता से विवाद का पटाक्षेप हुआ।
पुलिस-प्रशासन की ‘पहली परीक्षा’ पास
रविवार को तख्त जुलूस हिंदू समाज की मौर्य गली से होकर निकाला गया, जिसे लेकर पहले आशंका जताई जा रही थी। लेकिन यह कार्यक्रम शांति, सहयोग और आपसी सौहार्द के साथ संपन्न हुआ। पुलिस-प्रशासन ने इसे 'पहली परीक्षा' मानते हुए सख्त सतर्कता बरती, जो पूरी तरह सफल रही।
फूल बरसाए, गले मिले लोग
जुलूस जब मौर्य गली से गुजरा तो हिंदू समुदाय के लोगों ने मुस्लिम भाइयों का स्वागत फूलों से किया। जुलूस के प्रतिभागियों पर फूलों की बारिश कर एकता का संदेश दिया गया। कुछ स्थानों पर दोनों समुदायों के लोग गले मिलते और मिठाइयां बांटते भी नजर आए। यह नज़ारा देखकर स्थानीय लोग भावुक और गौरवान्वित हो उठे।
अधिकारियों ने जताया संतोष
इस सफल आयोजन पर प्रशासनिक अधिकारियों ने भी संतोष व्यक्त किया। एक अधिकारी ने बताया—
“यह सौहार्दपूर्ण वातावरण पूरे प्रदेश के लिए मिसाल है। यह दिखाता है कि संवाद और समझदारी से वर्षों पुराने विवाद भी सुलझाए जा सकते हैं।”
स्थानीय लोगों का भी सहयोग
स्थानीय जनप्रतिनिधियों, गणमान्य नागरिकों और दोनों समुदाय के संभ्रांत लोगों ने शांति और भाईचारे की अपील करते हुए इस सफलता में बड़ा योगदान दिया। उन्होंने कहा कि

