लखनऊ में डीजीपी राजीव कृष्ण से मिले यूपी काडर के 2024 बैच के IAS प्रशिक्षु, बेहतर तालमेल पर दिया जोर
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ स्थित पुलिस मुख्यालय में सोमवार को एक विशेष शिष्टाचार भेंट का आयोजन किया गया, जिसमें भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के यूपी काडर 2024 बैच के 19 प्रशिक्षु अधिकारियों ने प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (DGP) राजीव कृष्ण से मुलाकात की। इस मौके पर डीजीपी ने प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों के बीच समन्वय की आवश्यकता को रेखांकित करते हुए कानून व्यवस्था की मजबूती के लिए कई अहम सुझाव दिए।
डीजीपी ने दी सहयोगात्मक शासन की सीख
प्रशिक्षु अधिकारियों को संबोधित करते हुए डीजीपी राजीव कृष्ण ने कहा कि प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों के बीच बेहतर तालमेल से ही कानून व्यवस्था को प्रभावी ढंग से लागू किया जा सकता है। उन्होंने विशेष रूप से भूमि विवादों का जिक्र करते हुए कहा कि प्रदेश में होने वाली अधिकांश घटनाएं भूमि संबंधी विवादों से ही जुड़ी होती हैं। इसलिए ऐसे मामलों में प्रशासन और पुलिस को मिलकर पूर्ण पारदर्शिता के साथ संयुक्त रूप से कार्रवाई करनी चाहिए।
विवादों के समाधान में पारदर्शिता जरूरी
डीजीपी ने कहा कि भूमि विवाद अक्सर न्यायिक प्रक्रिया में देरी, पक्षपात के आरोप और जन आक्रोश का कारण बनते हैं। ऐसे में जरूरी है कि अधिकारी न केवल कानूनी रूप से सजग रहें, बल्कि जनता के प्रति उत्तरदायी भी हों। उन्होंने प्रशिक्षुओं को ज़मीनी स्तर पर जाकर समस्याओं को समझने और समाधान देने की सलाह दी।
अधिकारियों को मिला प्रशासनिक अनुभव
इस शिष्टाचार मुलाकात के दौरान प्रशिक्षु अधिकारियों को राज्य की कानून व्यवस्था, पुलिस प्रशासनिक संरचना, और अपराध नियंत्रण की रणनीतियों के बारे में जानकारी दी गई। डीजीपी ने उन्हें बताया कि वर्तमान समय में तकनीक का उपयोग, समुदाय आधारित पुलिसिंग, और इंटेलिजेंस नेटवर्क अपराध नियंत्रण के अहम उपकरण बन चुके हैं।
युवा अधिकारियों को प्रेरणा
राजीव कृष्ण ने सभी प्रशिक्षु अधिकारियों को प्रदेश की सामाजिक-सांस्कृतिक विविधताओं के प्रति संवेदनशील रहने की सीख भी दी और उन्हें जनसुनवाई, संवेदनशीलता और निष्पक्षता को अपने प्रशासनिक मूल्यों में शामिल करने को कहा।

