गोरखपुर-लखनऊ हाईवे पर एलिवेटेड फ्लाईओवर पर बनेगी 11-11 मीटर चौड़ी सर्विसलेन, उद्यमियों के लिए खुशखबरी
गोरखपुर-लखनऊ हाईवे पर बनने वाले एलिवेटेड फ्लाईओवर को लेकर उद्यमियों की मांगों और सुरक्षा मुद्दों पर महत्वपूर्ण फैसले लिए गए हैं। एनएचएआई ने घोषणा की है कि फ्लाईओवर के दोनों ओर सर्विस लेन बनाई जाएंगी, जिससे हाईवे के पास स्थित उद्योगों और स्थानीय व्यापारियों के आवागमन में सुविधा होगी।
कट बनाने से एनएचएआई ने किया इंकार
उद्यमियों ने फ्लाईओवर के पास कट (यू-टर्न) बनाने की मांग की थी, ताकि उनके औद्योगिक परिसर और दुकानों तक आसान पहुंच सुनिश्चित हो सके। लेकिन एनएचएआई ने सुरक्षा कारणों से इस प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया। अधिकारियों का कहना है कि कट बनाने से हाईवे पर ट्रैफिक का दबाव बढ़ सकता है और दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ जाएगा।
गीडा में सीईटीपी को मिली मंजूरी
बैठक में गोरखपुर इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी (गीडा) में कॉमन एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट (CETP) स्थापित करने को भी मंजूरी दी गई। यह प्लांट उद्योगों से निकलने वाले अपशिष्ट जल को शुद्ध करने के लिए लगाया जाएगा। खास बात यह है कि इस प्लांट की स्थापना का खर्च उद्यमियों पर नहीं डाला जाएगा। इससे उद्योगों को पर्यावरण मानकों का पालन करने में मदद मिलेगी और गोरखपुर के औद्योगिक क्षेत्र को ग्रीन इंडस्ट्री का दर्जा मिलेगा।
कमिश्नर ने दिए निर्देश
क्षेत्रीय कमिश्नर ने अधिकारियों को विद्युत तारों को अंडरग्राउंड करने के निर्देश दिए ताकि सुरक्षा और सौंदर्यीकरण दोनों सुनिश्चित हो सके। इसके अलावा उन्होंने उद्यमियों की लंबित समस्याओं का समाधान प्राथमिकता से करने और औद्योगिक विकास को गति देने के लिए कदम उठाने का आदेश दिया।
पूर्णता प्रमाणपत्र और अन्य मुद्दे
बैठक में गीडा से जुड़े अन्य मुद्दों पर भी चर्चा हुई। कई उद्यमियों ने निर्माण कार्य पूरा होने के बावजूद पूर्णता प्रमाणपत्र (Completion Certificate) न मिलने की समस्या उठाई। अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि प्रक्रिया को सरल बनाकर जल्द समाधान किया जाएगा। इसके अलावा पानी, सड़क और बिजली जैसी आधारभूत समस्याओं को दूर करने पर भी सहमति बनी।
उद्यमियों को मिली राहत
सर्विस लेन, सीईटीपी की मंजूरी और अंडरग्राउंड तारों जैसी सुविधाओं से उद्योगों और व्यापारियों को राहत मिलेगी। अधिकारियों का कहना है कि इन कदमों से न केवल हाईवे और उद्योग क्षेत्र का विकास सुनिश्चित होगा बल्कि निवेशकों और उद्यमियों का विश्वास भी बढ़ेगा।

