निर्माणाधीन जिला कारागार में हादसा, लोहे का जंगला गिरने से 10 वर्षीय बालक की मौत

कोतवाली क्षेत्र के नगला बिछिया में गुरुवार शाम एक दर्दनाक हादसे में 10 वर्षीय बालक अखिलेश की जान चली गई। निर्माणाधीन जिला कारागार परिसर में प्रथम तल पर रखा लोहे का भारी जंगला अचानक नीचे गिर गया, जो वहीं खेल रहे बालक अखिलेश के ऊपर आ गिरा। लोहे के जंगले के नीचे दबने से बालक की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई।
यह हादसा 4 जुलाई की शाम को हुआ, जब स्थानीय लोग रोज की तरह अपने घरों में थे और बच्चे आसपास खेल रहे थे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, अखिलेश जिला कारागार के निर्माणाधीन स्थल के पास खेल रहा था। तभी अचानक प्रथम तल पर रखा लोहे का जंगला असंतुलित होकर नीचे आ गिरा और अखिलेश उसके नीचे दब गया।
मौके पर मौजूद लोगों ने तुरंत बालक को निकालने की कोशिश की, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। सूचना मिलते ही कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पूरे मामले की जांच की जा रही है। निर्माण स्थल पर सुरक्षा मानकों का पालन हुआ था या नहीं, इस पर भी प्रश्नचिह्न खड़े हो गए हैं।
घटना के बाद से परिजनों में कोहराम मच गया है। मां-बाप का रो-रोकर बुरा हाल है। मृतक अखिलेश अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था।
स्थानीय लोगों ने प्रशासन से सवाल उठाते हुए निर्माण स्थल की लापरवाही पर नाराजगी जताई है। लोगों का कहना है कि यदि निर्माण स्थल को ठीक से बैरिकेडिंग करके बंद किया गया होता और भारी सामग्री सुरक्षित ढंग से रखी गई होती, तो यह हादसा टाला जा सकता था।
अब सवाल यह भी उठ रहे हैं कि क्या निर्माणाधीन सरकारी स्थलों पर पर्याप्त सुरक्षा प्रबंध किए जा रहे हैं या नहीं।
प्रशासन की ओर से कार्रवाई के संकेत
घटना की गंभीरता को देखते हुए जिला प्रशासन ने भी मामले की जांच के निर्देश दिए हैं। निर्माण कार्य से जुड़ी एजेंसी की भूमिका की भी जांच की जा रही है। यदि इसमें लापरवाही सामने आती है, तो ठेकेदार या संबंधित इंजीनियर पर कार्रवाई संभव है।