शहर में नकली दवाओं के व्यापार को लेकर बड़ी कार्रवाई की गई है। जांच में सामने आया कि नकली दवाओं का एक बड़ा सिंडिकेट सक्रिय था, जिसकी सप्लाई से जुड़े लगभग 200 करोड़ रुपये की संदिग्ध दवाओं का खुलासा हुआ है। इस मामले में 50 फर्मों को नोटिस जारी किया गया है।
जांच टीम ने बताया कि सिंडिकेट के सदस्य पुडुचेरी में स्थित फैक्ट्री से नकली दवाओं का उत्पादन कर रहे थे। इस फैक्ट्री को ए राजा और उसके कुछ साथी चला रहे थे, जो फिलहाल फरार हैं। अधिकारियों ने कहा कि फरार आरोपियों की खोज के लिए अभियान चलाया जा रहा है।
जांच टीम ने अब गोदामों और वितरण केंद्रों की तलाश शुरू कर दी है। टीम का उद्देश्य है कि सभी संदिग्ध फर्मों और व्यक्तियों की पहचान कर उन्हें कानून के कटघरे में लाया जाए। अधिकारियों का कहना है कि यह कार्रवाई नकली दवा व्यापार पर सख्त संदेश देने के लिए की गई है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने कहा कि नकली दवाओं का व्यापार गंभीर खतरा है और इससे लोगों के जीवन और स्वास्थ्य पर गंभीर असर पड़ता है। उन्होंने नागरिकों से अपील की है कि वे केवल स्वीकृत और प्रमाणित स्रोतों से ही दवाओं का उपयोग करें।
पुलिस और प्रशासन ने चेतावनी दी है कि जांच पूरी होने तक किसी भी प्रकार की फर्जी दवाओं की सप्लाई करने वालों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने जनता से भी कहा कि संदिग्ध गतिविधियों की सूचना तुरंत अधिकारियों को दें।
विशेषज्ञों का कहना है कि इस प्रकार के बड़े सिंडिकेट का भंडाफोड़ न केवल अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई है, बल्कि यह नकली दवाओं की आपूर्ति श्रृंखला को तोड़ने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

