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तुमकुरु में ‘पीएम स्वनिधि योजना’ के लाभार्थियों ने सरकार का जताया आभार

तुमकुरु, 1 जून (आईएएनएस)। केंद्र सरकार की ओर से चलाई जा रही प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना रेहड़ी-पटरी वालों के जीवन में वरदान बनकर आई है। इस योजना से लोन लेकर रेहड़ी-पटरी चलाने वाले लोग अपना छोटा व्यवसाय चलाकर अपने परिवार का पालन-पोषण कर रहे हैं। कर्नाटक के तुमकुरु में कई स्ट्रीट वेंडर्स को पीएम स्वनिधि योजना से लाभ हुआ है।
तुमकुरु में ‘पीएम स्वनिधि योजना’ के लाभार्थियों ने सरकार का जताया आभार

तुमकुरु, 1 जून (आईएएनएस)। केंद्र सरकार की ओर से चलाई जा रही प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना रेहड़ी-पटरी वालों के जीवन में वरदान बनकर आई है। इस योजना से लोन लेकर रेहड़ी-पटरी चलाने वाले लोग अपना छोटा व्यवसाय चलाकर अपने परिवार का पालन-पोषण कर रहे हैं। कर्नाटक के तुमकुरु में कई स्ट्रीट वेंडर्स को पीएम स्वनिधि योजना से लाभ हुआ है।

समाचार एजेंसी आईएएनएस ने कुछ स्ट्रीट वेंडर्स से बात की। प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना की लाभार्थी ललिता ने बताया कि कोविड-19 महामारी के दौरान उसके सामने वित्तीय समस्या पैदा हुई। रेहड़ी पर रोजगार चलाने के लिए जब आसपास के लोगों से कर्ज नहीं मिला तो हमें पीएम स्वनिधि योजना से बैंक से लोन मिला।

उन्होंने बताया कि पीएम स्वनिधि योजना के तहत उन्हें 10,000 रुपए का लोन मिला। अच्छी बात यह थी कि लोन के लिए आवेदन करने के कुछ ही दिनों में हमें आसानी से लोन मिल गया। लोन के पैसों से हमने सड़क पर रेहड़ी पर फलों की दुकान चलाई, जिससे लोन के पैसे भी चुकाए और अब अच्छे से रोजगार भी चल रहा है।

स्ट्रीट वेंडर राधा ने बताया कि पैसे की तंगी के चलते कारोबार चलाना मुश्किल हो गया था। लेकिन, केंद्र सरकार की पीएम स्वनिधि योजना के तहत 10 हजार रुपए का लोन मिला। इससे फूल बेचने का काम शुरू हो गया। अब मेरी आर्थिक स्थिति भी पहले की तुलना में काफी अच्छी है।

उन्होंने बताया कि पहले लोन का ब्याज चुकाने के बाद मुझे दूसरी बार 20 हजार रुपए का लोन भी मिला है। उन्होंने पीएम मोदी का आभार जताया है।

सब्जी विक्रेता जयम्मा ने बताया कि केंद्र सरकार की ओर से चलाई जा रही पीएम स्वनिधि योजना हमारे जैसे लोगों के लिए वरदान साबित हुई है। इस योजना के तहत कम ब्याज पर लोन मिल रहा है, जिससे हम अपने व्यवसाय को मजबूत करने का काम कर रहे हैं।

उन्होंने बताया कि जब उन्हें इस योजना के बारे में जानकारी नहीं थी तो वह दूसरों से ज्याद दर के ब्याज पर कर्ज लेती थीं। लेकिन, अब केंद्र सरकार की स्वनिधि योजना से लोन लेती हैं।

--आईएएनएस

डीकेएम/एबीएम

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