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सोनिया गांधी के लेख पर केंद्रीय मंत्री तोखन साहू का पलटवार, बोले- वे सिर्फ राजनीति करती हैं

पटना, 22 जून (आईएएनएस)। कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने एक लेख में ईरान को भारत का पुराना मित्र बताया। साथ ही इजरायल की तरफ से ईरान पर किए गए हमले की निंदा की। सोनिया गांधी के लेख पर केंद्रीय राज्यमंत्री तोखन साहू की प्रतिक्रिया आई है। उन्होंने कहा कि वे सिर्फ राजनीति करने के लिए ऐसे बयान देते रहते हैं।
सोनिया गांधी के लेख पर केंद्रीय मंत्री तोखन साहू का पलटवार, बोले- वे सिर्फ राजनीति करती हैं

पटना, 22 जून (आईएएनएस)। कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने एक लेख में ईरान को भारत का पुराना मित्र बताया। साथ ही इजरायल की तरफ से ईरान पर किए गए हमले की निंदा की। सोनिया गांधी के लेख पर केंद्रीय राज्यमंत्री तोखन साहू की प्रतिक्रिया आई है। उन्होंने कहा कि वे सिर्फ राजनीति करने के लिए ऐसे बयान देते रहते हैं।

पटना पहुंचे केंद्रीय राज्यमंत्री तोखन साहू ने मीडिया से बात करते हुए कहा, "कांग्रेस पार्टी को राजनीति करनी है और वे राजनीति करने के लिए ऐसे बयान देते रहते हैं। भारत और प्रधानमंत्री मोदी को किस तरह से निर्णय लेना है, वे अच्छी तरह से इस बात को जानते हैं।"

तोखन साहू ने राजद नेता तेजस्वी यादव पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, "उनको (तेजस्वी यादव) अपनी पार्टी की चिंता करनी चाहिए। भ्रष्टाचार में डूबे हुए तेजस्वी यादव और उनकी पार्टी को पूरा देश जानता है। बिहार के लोग जानते हैं कि उन्होंने किस तरह से चारा घोटाला किया और ऐसा करके उन्होंने पूरे प्रदेश को लूटा था। बिहार की जनता जानती है कि प्रदेश को लूटने वाले कौन हैं? तेजस्वी यादव, उनके पिता समेत कई लोगों का चारा घोटाले में नाम है और वह इसकी सजा भी काट चुके हैं।"

केंद्रीय राज्यमंत्री तोखन साहू ने पटना में होने वाले राष्ट्रीय साहू समाज के सम्मेलन की भी जानकारी दी। उन्होंने कहा, " रविवार से दो दिवसीय राष्ट्रीय साहू समाज का सम्मेलन का आयोजन हो रहा है, जिसमें देशभर से हमारे समाज के लोग समाज के विकास पर चर्चा करने के लिए एकत्रित होते हैं।"

कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शनिवार को केंद्र सरकार की विदेश नीति की आलोचना की। उन्होंने कहा कि ईरान और गाजा पर हमलों पर भारत का चुप रहना 'मूल्यों का समर्पण' और 'कूटनीतिक परंपराओं' से भटकना है।

एक अखबार में छपे अपने लेख में गांधी ने इन दो महत्वपूर्ण मुद्दों पर नीति में बदलाव की मांग की। उन्होंने कहा कि पश्चिम एशिया में तनाव कम करने और बातचीत को बढ़ावा देने के लिए अभी भी देर नहीं हुई है।

--आईएएनएस

एफएम/केआर

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