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‘सिक्किम को पड़ोसी देश’ बताना कांग्रेस की अलगाववादी मानसिकता : तुहिन सिन्हा

मुंबई, 2 जुलाई (आईएएनएस)। कांग्रेस नेता अजय कुमार द्वारा ‘सिक्किम को पड़ोसी देश’ बताए जाने पर भाजपा ने सवाल उठाए। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता तुहिन सिन्हा ने कहा कि कांग्रेस नेता अजय कुमार ‘सिक्किम’ को भारत का हिस्सा नहीं मान रहे हैं। उनका ये बयान कांग्रेस पार्टी की मानसिकता को साफ दिखाता है।
‘सिक्किम को पड़ोसी देश’ बताना कांग्रेस की अलगाववादी मानसिकता : तुहिन सिन्हा

मुंबई, 2 जुलाई (आईएएनएस)। कांग्रेस नेता अजय कुमार द्वारा ‘सिक्किम को पड़ोसी देश’ बताए जाने पर भाजपा ने सवाल उठाए। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता तुहिन सिन्हा ने कहा कि कांग्रेस नेता अजय कुमार ‘सिक्किम’ को भारत का हिस्सा नहीं मान रहे हैं। उनका ये बयान कांग्रेस पार्टी की मानसिकता को साफ दिखाता है।

भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता तुहिन सिन्हा ने कहा, "कांग्रेस नेता अजय कुमार का ‘सिक्किम को पड़ोसी देश’ बताए जाने वाला बयान निंदनीय है। उनका बयान कांग्रेस की अलगाववादी और टुकड़े-टुकड़े वाली मानसिकता को दर्शाता है। मुझे आश्चर्य इस बात का है कि अजय कुमार खुद एक आईपीएस अधिकारी रहे हैं और वे भारत के मैप से वाकिफ जरूर होंगे, लेकिन इसके बावजूद ऐसा बयान कांग्रेस पार्टी की माओवादी मानसिकता को जाहिर करता है।"

उन्होंने कहा, "जब भारत और चीन के बीच विवाद हुआ था, तो उस समय राहुल गांधी चीनी एम्बेसी गए थे और जानकारी इकट्ठा करने की कोशिश में लगे हुए थे। क्या यह एक संयोग है या प्रयोग है? डोकलाम विवाद के दौरान राहुल गांधी चीनी एम्बेसी में थे और अब कांग्रेस नेता अजय कुमार ‘सिक्किम’ को भारत का हिस्सा नहीं मान रहे हैं। मुझे लगता है कि उनका ये बयान कांग्रेस पार्टी की मानसिकता को साफ दिखाता है। कांग्रेस पार्टी को देश को जवाब देना होगा।"

भाजपा प्रवक्ता तुहिन सिन्हा ने कांग्रेस की तुलना मुस्लिम लीग से की। उन्होंने कहा, "मैंने पहले भी कहा है और आज भी दोहराता हूं कि कांग्रेस पार्टी वर्तमान की मुस्लिम लीग है। हाल ही में केरल उपचुनाव में कांग्रेस ने जमात-ए-इस्लामी के साथ मिलकर साठगांठ किया था और उपचुनाव में उनकी मदद भी ली थी। इसके अलावा, प्रियांक खड़गे ने धमकी दी है कि अगर 2029 में कांग्रेस सत्ता में आई तो आरएसएस पर प्रतिबंध लगा देगी। आपको समझना चाहिए कि इसका साफ मतलब है कि आरएसएस ही एकमात्र ऐसा संगठन है, जिसने ऐसे कट्टरपंथी समूहों के खिलाफ लड़ाई लड़ी है। कांग्रेस को ये बात बर्दाश्त नहीं हो रही है।"

उन्होंने आगे कहा, "कांग्रेस इस देश में शरिया चाहती है। संविधान के प्रति उनके मन में कोई श्रद्धा नहीं है, इसलिए वे जमात-ए-इस्लामी के साथ खुलकर समझौता कर रहे हैं। मुझे लगता है कि दक्षिण भारत में अगर किसी संगठन ने पीएफआई से लड़ाई की है तो वो आरएसएस है। कांग्रेस देश में संविधान की जगह शरिया लाना चाहती है, जो खतरनाक है।"

--आईएएनएस

एफएम/एबीएम

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