
राजस्थान में जयपुर-बांदीकुई एक्सप्रेस-वे को आज से ट्रायल के लिए खोल दिया गया है। इस एक्सप्रेस-वे को दिल्ली-मुंबई एनई-4 हाईवे से जोड़ने के लिए विकसित किया गया है, जो जयपुर और उसके आसपास के क्षेत्रों में ट्रैफिक दबाव को कम करने का काम करेगा। अब तक, इस एक्सप्रेस-वे पर चलने वाले ट्रैफिक का परीक्षण किया जाएगा और खामियों को सुधारने के बाद, इसे स्थायी रूप से खोला जाएगा और टोल की शुरुआत की जाएगी।
ट्रायल रन की अहमियत
इस ट्रायल रन का मुख्य उद्देश्य एक्सप्रेस-वे की गुणवत्ता और सुविधाओं का परीक्षण करना है, ताकि किसी भी खामी को समय रहते सुधारकर इसे जनता के लिए पूरी तरह से तैयार किया जा सके। अधिकारियों का कहना है कि ट्रायल के दौरान संभावित समस्याओं का समाधान किया जाएगा और फिर टोल सिस्टम शुरू किया जाएगा।
जयपुर-दौसा हाईवे पर राहत
जयपुर से दौसा और बांदीकुई तक 50% ट्रैफिक कम होने का अनुमान है, क्योंकि यह एक्सप्रेस-वे दोनों शहरों को जोड़ने का एक तेज और सुविधाजनक मार्ग प्रदान करेगा। इस नए एक्सप्रेस-वे के शुरू होने से जयपुर-दौसा हाईवे पर यातायात का दबाव कम होगा, जिससे यात्रियों को बेहतर यातायात सुविधा प्राप्त होगी।
ड्राइवरों को मिलेगा लाभ
इस एक्सप्रेस-वे के निर्माण से जयपुर, दिल्ली, अलवर, राजगढ़ और बांदीकुई आने-जाने वाले करीब 40 हजार ड्राइवरों को राहत मिलेगी। यह ड्राइवर अब लंबी दूरी की यात्रा में समय और ऊर्जा की बचत करेंगे, साथ ही वाहनों का ईंधन खर्च भी कम होगा।
भविष्य में प्रभाव
जयपुर-बांदीकुई एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन एक हाईटेक ट्रांसपोर्ट नेटवर्क के रूप में किया गया है, जो राज्य की आर्थिक प्रगति में भी अहम भूमिका निभा सकता है। यह आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम साबित होगा, जो न केवल यात्रियों के लिए सुविधाजनक होगा, बल्कि राज्य की लॉजिस्टिक्स और वाणिज्यिक गतिविधियों को भी बढ़ावा देगा।