Sriganganagar का फिजिकल डिसएबल्ड भगवानाराम अब इंटरनेशनल पैरा कबड्डी में दिखाएगा दमखम
श्रीगंगानगर न्यूज़ डेस्क, जिले के रायसिंहनगर इलाके के गांव दस टीके के भगवानाराम मेघवाल ने हिम्मत और हौसले के दम पर फिजिकल डिसएबिलिटी को हराकर कामयाबी की मिसाल कायम की है। भगवानाराम का एक हाथ कटा हुआ है, इसके बावजूद वह बेहद तेजी से कबड्डी में सामने वालों के छक्के छुड़ा देता है। कई खिलाड़ियों को आउट करता है और विरोधी रेड डालने आएं तो उन्हें टैकल भी शानदार तरीके से करता है।
भगवानाराम जन्मजात हैंडीकैप नहीं था। करीब सात साल पहले 2015 में गांव की गौशाला में चारा काटने के दौरान वह मशीन की चपेट आया और उसका एक हाथ कट गया। तब वह सातवीं क्लास का स्टूडेंट था। उसने हिम्मत नहीं हारी। दायां हाथ कटा तो बाएं हाथ से लिखने का अभ्यास शुरू कर दिया और लिखकर सातवीं कक्षा पास की। इसके बाद वह लगातार आगे की कक्षाओं में पास होता चला गया।
हादसे के बाद भगवानाराम की हिम्मत और हौसला देखकर उसके टीचर्स ने उसे मोटिवेट किया और उसे खेल की तरफ बढ़ने की राह दिखाई। पीटीआई लक्ष्मण ने उसे आगे बढ़ने का तरीका बताया और पैरा गेम्स के लिए तैयार करने को कहा। अब भगवानाराम के सामने दो विकल्प थे। भगवानाराम कबड्डी का अच्छा खिलाड़ी तो था ही वह दौड़ने में भी तेज था। दोनों खेलों में अभ्यास करता और अंतत: उसने पैरा खेलों के लिए कबड्डी को चुना।
श्रीगंगानगर में पैरा कबड्डी के लिए चयन ट्रायल हुआ तो भगवानाराम उत्साह से खेला। वह शुरुआत से ही समान्य स्टूडेंट्स के साथ खेलता था। ऐसे में पैरा मुकाबले में अन्य खिलाड़ियों से ज्यादा दिव्यांग होने के बावजूद उसका प्रदर्शन शानदार रहा और स्टेट टीम में चयन हुआ।
हाल ही पुष्कर में स्पोर्ट्स बोर्ड ऑफ इंडिया फॉर द डिसएबल्ड की ओर से हुई राष्ट्रीय दिव्यांग कबड्डी प्रतियोगिता में राजस्थान स्टेट की टीम को सर्वाधिक अंक दिलाकर विजेता बनाया। इसी के आधार पर भगवानाराम का सलेक्शन थाइलैंड में होने वाली इंटरनेशनल पैरा कबड्डी प्रतियोगिता के लिए हुआ है।
यह इंटरनेशनल कबड्डी मुकाबला अगले साल होगा। भगवानाराम ने बताया कि उसे अभी बारह सदस्यों वाली टीम में चुने जाने और तैयारी जारी रखने की सूचना दी गई है। उसने बताया कि साल 2015 में हादसे के बाद तो उसकी हिम्मत ही टूट गई थी। टीचर्स की मोटिवेशन का ही नतीजा था कि वह कबड्डी में लगातर प्रयास करते हुए इंटरनेशनल पैरा कबड्डी प्रतियोगिता तक पहुंच पाया।
राजस्थान न्यूज़ डेस्क !!!