
आजकल बच्चे तक के हाथ में स्मार्टफोन पहुंच गए हैं। बच्चे, युवा, बुजुर्ग—सब सोशल मीडिया के जाल में उलझे रहते हैं। फेसबुक, इंस्टाग्राम जैसी लोकप्रिय एप्लिकेशन की वजह से दूर बैठे अनजान लोगों से भी दोस्ती करना आम बात हो गई है। हालांकि ये दोस्तियां कभी-कभी बहुत महंगी साबित हो जाती हैं।
सोशल मीडिया पर आसानी से लोग अपनी निजी जानकारियां साझा कर देते हैं, जो कभी-कभी गलत हाथों में पड़ जाती हैं। अनजान व्यक्तियों से बनाई गई दोस्ती धोखा, शोषण और साइबर अपराधों का कारण बन सकती है। खासकर बच्चों और युवाओं को इसका सबसे ज्यादा खतरा होता है, क्योंकि वे असावधानी से अपने व्यक्तिगत जीवन से जुड़ी बातें साझा कर देते हैं।
इसलिए जरूरी है कि माता-पिता और शिक्षक बच्चों को सोशल मीडिया के सही उपयोग और खतरों के बारे में जागरूक करें। साथ ही, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपनी प्राइवेसी सेटिंग्स मजबूत रखें और अनजान लोगों से संपर्क करने से बचें।
सावधानी ही इस डिजिटल युग में सबसे बड़ा हथियार है। इसलिए सोशल मीडिया पर दोस्ती करते वक्त समझदारी और सतर्कता बरतना जरूरी है, ताकि ये दोस्तियां खूबसूरत और सुरक्षित बनी रहें।