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पीएम की सुरक्षा में तैनात सीकर के जवान मुकेश मील की सड़क हादसे में मौत, परिवार मे छाया मातम

प्रधानमंत्री की सुरक्षा में लगे सीकर के एक जवान की मौत हो गई। तीन महीने पहले छुट्‌टी पर गांव आए सीआरपीएफ जवान मुकेश मील की बाइक को बेकाबू ट्रक ने टक्कर मार दी थी। इस भीषण हादसे में जवान के सिर में गंभीर चोट आई थी.............
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राजस्थान न्यूज़ डेस्क !!! प्रधानमंत्री की सुरक्षा में लगे सीकर के एक जवान की मौत हो गई। तीन महीने पहले छुट्‌टी पर गांव आए सीआरपीएफ जवान मुकेश मील की बाइक को बेकाबू ट्रक ने टक्कर मार दी थी। इस भीषण हादसे में जवान के सिर में गंभीर चोट आई थी। परिजन उन्हें जयपुर ले आए और यहां के 3 अस्पतालों में करीब 3 महीने चले इलाज के बाद मंगलवार को उन्होंने दम तोड़ दिया। राजकीय सम्मान के साथ उनकी अंत्येष्टि की गई। यह हादसा 9 फरवरी को श्रीमाधोपुर में बाईपास रोड पर स्थित हावड़ा मोड़ के पास हुआ था।

बीमार मां की दवाई लेने निकले थे

मुकेश कुमार के चाचा सुरेश मील ने बताया- मुकेश 8 फरवरी को छुट्टी लेकर दिल्ली से गांव आए हुए थे। घर में 14 फरवरी को भतीजे की शादी थी। 9 फरवरी को सुबह मुकेश श्रीमाधोपुर में अपनी मां कमला देवी की दवा लेने के लिए गए थे। मुकेश की मां कमला देवी की तबीयत खराब रहती है, ऐसे में समय पर दवाई देना जरूरी था। इस दौरान श्रीमाधोपुर में बाइपास रोड पर स्थित हावड़ा मोड़ के पास सामने से आ रहे एक बेकाबू ट्रक ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी। हादसे में मुकेश के सिर में गंभीर चोट आई थी।

3 अस्पतालों में चला इलाज

सुरेश मील ने बताया- घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने मुकेश को श्रीमाधोपुर के सरकारी अस्पताल में भर्ती करा दिया। जहां से डॉक्टरों ने जयपुर रैफर कर दिया। उन्हें जयपुर के मणिपाल अस्पताल ले गया, जहां उनका महीने भर इलाज चला। मुकेश की सेहत में कोई सुधार नहीं हुआ। इसके बाद आईबीएस हॉस्पिटल ब्रेन एंड स्पाइन में ले गए। यहां पर भी करीब एक महीने तक इलाज चला। लेकिन, कोई सुधार नहीं हुआ। इसके बाद अमर मेडिकल एंड रिसर्च सेंटर लेकर गए। यहां मंगलवार रात इलाज के मुकेश की मौत हो गई।

राजकीय सम्मान के साथ हुई अंत्येष्टि

सीआरपीएफ, जयपुर बटालियन की टीम पार्थिव देह को सेना के वाहन में रख कर जयपुर से श्रीमाधोपुर के सरकारी अस्पताल पहुंची थी। जहां पुलिस ने शव का पोस्टमॉर्टम करवा कर सीआरपीएफ के जवानों को सुपुर्द कर दिया। सेना के वाहन को फूल-माला से सजाकर पार्थिव देह को ग्राम पंचायत बावड़ी के गांव सौंथलिया के लिए रवाना किया गया। जवान के सम्मान में बाइक तिरंगा रैली भी साथ-साथ चल रही थी।

पिता का ब्रेन हैमरेज से हुआ था निधन

चाचा सुरेश मील ने बताया- मुकेश के पिता रामेश्वर लाल मील का करीब पांच साल पहले ब्रेन हेमरेज से निधन हो गया था। मुकेश अपने पिता के इकलौते बेटे थे। अब परिवार में उनकी मां कमला देवी, पत्नी सुमन, बेटा चिराग (7) और बेटी अक्षिता (5) रह गए हैं। मुकेश की 2011 में सीआरपीएफ अजमेर में जॉइनिंग हुई थी। पीएम की सुरक्षा में तैनात थे।

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