
जयपुर/पहलगाम: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम क्षेत्र में हुए आतंकी हमले के बाद देशभर में सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट मोड पर हैं। इस हमले के जवाब में भारतीय सेना द्वारा चलाए गए जवाबी अभियान 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद राजस्थान पुलिस ने भी एहतियाती कदम उठाते हुए पाकिस्तान से सटे सीमावर्ती जिलों में सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त कर दिया है।
राजस्थान पुलिस मुख्यालय से जारी आदेश के अनुसार, राज्य के सभी सीमावर्ती जिलों—जैसे बाड़मेर, जैसलमेर, श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़—में विशेष सुरक्षा प्रबंध लागू कर दिए गए हैं। किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को रोकने और चौकसी बनाए रखने के उद्देश्य से सभी पुलिसकर्मियों की छुट्टियां तत्काल प्रभाव से रद्द कर दी गई हैं।
पुलिस महानिदेशक (DGP) उमेश मिश्रा ने बयान जारी करते हुए कहा, "देश की वर्तमान सुरक्षा स्थिति को देखते हुए राजस्थान पुलिस पूरी तरह सतर्क है। सीमावर्ती क्षेत्रों में गश्त बढ़ा दी गई है और खुफिया तंत्र को और मजबूत किया जा रहा है। सभी पुलिसकर्मियों को अपने-अपने थानों और सुरक्षा ड्यूटी पर तत्पर रहने के निर्देश दिए गए हैं।"
बताया जा रहा है कि पहलगाम में हुए हमले की गंभीरता को देखते हुए केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से सभी सीमावर्ती राज्यों को विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश जारी किए गए हैं। राजस्थान, जिसकी पाकिस्तान के साथ लंबी सीमा लगती है, रणनीतिक दृष्टिकोण से अत्यंत संवेदनशील माना जाता है। इसलिए यहां विशेष सावधानी बरती जा रही है।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ भारतीय सेना की एक रणनीतिक जवाबी कार्रवाई है, जो पहलगाम हमले के बाद लॉन्च किया गया है। सेना ने सीमावर्ती क्षेत्रों और आतंकियों के संभावित ठिकानों पर सटीक हमले कर कई आतंकियों को ढेर कर दिया है। इसके साथ ही, भारत ने स्पष्ट संकेत दे दिया है कि वह अपनी सुरक्षा और नागरिकों की रक्षा के लिए किसी भी हद तक जा सकता है।
राजस्थान में स्थानीय प्रशासन ने भी जनसामान्य से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत स्थानीय पुलिस को दें। सीमावर्ती गांवों में रात के समय गश्त और तलाशी अभियान भी तेज़ कर दिए गए हैं।
इसके अलावा, रेलवे स्टेशनों, बस अड्डों, बाजारों और अन्य सार्वजनिक स्थलों पर भी निगरानी बढ़ा दी गई है। पुलिस अधिकारियों को सादा वर्दी में भी तैनात किया गया है ताकि भीड़भाड़ वाले इलाकों में कोई भी असामाजिक तत्व पहचान से बच न सके।
राजस्थान पुलिस की यह सख्ती उस व्यापक राष्ट्रीय सुरक्षा नीति का हिस्सा है जो वर्तमान में आतंकवाद के विरुद्ध भारत की कठोर और निर्णायक रणनीति को दर्शाती है। यह स्पष्ट है कि भारत अब हर हमले का सटीक और तीखा जवाब देने के लिए तैयार है।