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Rajasthan Evening News Video Bulletin: राजस्थान की दिनभर की सबसे बड़ी खबरें

राजस्थान में हार्डकोर क्रिमिनल्स और गैंगस्टर्स के बाद अब साइबर ठग के ठिकानों पर बुलडोजर चलाया गया है। भरतपुर के सीकरी थाना इलाके में बनेनी ढोकला गांव में मंगलवार को पुलिस ने प्रशासन की मदद से यह कार्रवाई की...........
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राजस्थान न्यूज़ डेस्क !!! राजस्थान में हार्डकोर क्रिमिनल्स और गैंगस्टर्स के बाद अब साइबर ठग के ठिकानों पर बुलडोजर चलाया गया है। भरतपुर के सीकरी थाना इलाके में बनेनी ढोकला गांव में मंगलवार को पुलिस ने प्रशासन की मदद से यह कार्रवाई की। साइबर ठग ने सरकारी जमीन पर 4 दुकानें बना रखी थीं, जिन्हें बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया। आईजी राहुल प्रकाश ने कार्रवाई का एक वीडियो जारी किया है। इसी ऑपरेशन के तहत 8 मई को पुलिस ने साइबर ठगी की गैंग के 13 लोगों को गिरफ्तार किया था। इस गैंग का सरगना साद मोहम्मद बनेनी ढोकला गांव का रहने वाला है। जांच में सामने आया कि साद ने साइबर ठगी के पैसे से सरकारी जमीन पर दुकानों का निर्माण करवाया है।

 

पानी की तलाश में रणथम्भौर की बाघिन हाईवे पर पहुंची

भीषण गर्मी के दौर में इंसानों के साथ ही जीव जंतु भी परेशान है। अब पानी की तलाश में रणथम्भौर के जंगलों से निकलकर बाघ-बाघिन बाहर आने लगे है। ऐसा ही वाकया सोमवार शाम को देखने को मिला, जब बाघिन T 8 लाड़ली जंगल से निकलकर टोंक चिरगांव हाईवे पर आ पहुंची। यहां बाघिन पानी की तलाश में कुशालीदर्रा पहुंच गई, जिसे देखने के लिए राहगीरों की बड़ी संख्या में भीड लग गई। इस दौरान लोगों ने बाघिन के फोटो वीडियो बनाएं, वहीं कुछ लोगों ने बाघिन के साथ सेल्फी भी ली। सूचना पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और यहां से भीड़ को हटवाकर यातायात सुचारू करवाया।

आतंकी हमले में मारे गए जयपुर के लोगों के लिए धरना-प्रदर्शन

जम्मू-कश्मीर में हुई आतंकी घटना में मारे गए 4 लोगों के शव जयपुर पहुंचते ही आंदोलन तेज हो गया। मुरलीपुरा और चौमूं थाने के बाहर हजारों लोग नारेबाजी कर रहे हैं। मृतक आश्रितों को सरकारी नौकरी और एक-एक करोड़ रुपए मुआवजे की मांग को लेकर बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतर आए हैं। प्रदर्शनकारियों ने बाजारों को बंद कराना शुरू कर दिया है। वहीँ, प्रदर्शनकारियों ने धरना में शामिल होने पहुंचे भाजपा नेता भूपेंद्र सैनी को धक्का मारकर वहां से हटाया। इससे पहले मंगलवार सुबह करीब साढ़े नौ बजे जम्मू-कश्मीर में मारे गए चौमूं के परिवार के चारों शवों को पूजा एक्सप्रेस से जयपुर लाया गया। 

उदयपुर डीएसपी पर बदतमीजी का आरोप लगाने वाला कॉन्स्टेबल सस्पेंड

उदयपुर में ट्रैफिक डीएसपी पर आरोप लगाने वाले कॉन्स्टेबल को सस्पेंड कर दिया गया है। ट्रैफिक कॉन्स्टेबल ने मई महीने के अंतिम सप्ताह में आरोप लगाकर एक वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड किया था। अब पुलिस अधीक्षक ने कॉन्स्टेबल पर कार्रवाई करते हुए सस्पेंड कर दिया। उदयपुर एसपी योगेश गोयल ने आदेश में लिखा-यातायात विंग में तैनात कॉन्स्टेबल आशाराम मीणा के खिलाफ विभागीय जांच अपेक्षित होने का जिक्र करते हुए उसको सस्पेंड कर दिया।अब कॉन्स्टेबल को चौराहा पर ट्रैफिक व्यवस्था के काम से हटाकर संस्पेंड करते हुए इसका मुख्यालय उदयपुर में रिर्जव पुलिस लाइन कर दिया गया है।

कोटा के NEET स्टूडेंट की सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर

नीट परीक्षा का रिजल्ट जारी होने के बाद से ही स्टूडेंट्स में आक्रोश है। पेपर लीक, ग्रेसिंग मार्क्स सहित एनटीए पर कई आरोप लगे है। इस मामले में स्टूडेंट्स ने सुप्रीम कोर्ट का भी दरवाजा खटखटाया। मंगलवार को मामले पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने नीट काउंसलिंग रोकने की याचिका खारिज कर दी और इसके साथ ही एनटीए से भी जवाब भी मांगा है। कोटा के भी करीब 17 हजार बच्चों की तरफ से कोर्ट में याचिका दायर की गई है, जिस पर सुनवाई होना बाकी है। वहीँ, एनटीए के खिलाफ स्टूडेंट्स लगातार प्रदर्शन भी कर रहे हैं।

गणगौरी हॉस्पिटल की व्यवस्था से नाराज विधायक ने की बड़ी मांग 

जयपुर के गणगौरी बाजार स्थित पं. दीनदयाल उपाध्याय हॉस्पिटल की व्यवस्थाओं पर स्थानीय विधायक ने सवाल खड़े किए हैं। इस मामले पर विधायक बालमुकुंद आचार्य ने अतिरिक्त मुख्य सचिव मेडिकल एज्युकेशन और प्रिंसिपल एसएमएस मेडिकल कॉलेज को पत्र लिखकर यहां नियुक्त अधीक्षक को बदलने की मांग की है। विधायक ने अपने पत्र में मौजूदा अधीक्षक डॉ. हरजीत सिंह को नॉन क्लीनिकल फील्ड का बताते हुए हॉस्पिटल में कार्यों की सुचारू रूप से मॉनिटरिंग नहीं कर पाने की बात कही है। इस कारण हॉस्पिटल में संचालन सही से होने के कारण यहां की मूलभूत सुविधाएं बिगड़ रही है। इसे देखते हुए विधायक ने हॉस्पिटल के अधीक्षक डॉ. हरजीत सिंह को हटाने की मांग की है।

जेकेके में 9 साल बाद शुरू होंगे वीकली प्रोग्राम

जवाहर कला केंद्र अपने नियमित कार्यक्रमों के जरिए अपनी विशेष पहचान रखती थी। इसमें गुरूवारीय संगीत संध्या और फ्राइडे थिएटर सबसे प्रमुख थे, जो हर सप्ताह आयोजित होते थे। प्रदेशभर के कलाकारों को मंच प्रदान किया जाता था। ये वीकली प्रोग्राम 2015 में बंद कर दिए गए थे। अब इन प्रोग्राम को फिर से नए सिरे और नए नाम से शुरू किया जाएगा। गुरुवारीय संगीत संध्या अब 9 साल बाद मधुरम के नाम से आयोजित होगी। मधुरम नाम पिछले सरकार में कला एवं संस्कृति मंत्री रहे बीडी कल्ला ने दिया था। 

राजस्थान के केंद्रीय मंत्रियों ने लिया मंत्रालय का चार्ज 

मंत्रालय मिलने के बाद राजस्थान से केंद्रीय मंत्री बनाए गए भूपेंद्र यादव, गजेंद्र सिंह शेखावत ने चार्ज संभाल लिया है। वहीं जोधपुर के अश्विनी वैष्णव ने भी मंत्रालय का कामकाज शुरू कर दिया है। दिल्ली में ऑफिस खुलने का समय 9 बजे होता है, लेकिन वे 8.30 बजे ही कार्यभार संभालने पहुंच गए। रेल मंत्रालय का कामकाज संभालने से पहले उन्होंने दफ्तर के टेबल को प्रणाम किया। केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने कामकाज संभालने के बाद कहा कि देशभर में एक पेड़ मां के नाम अभियान चलेगा, मां के नाम पेड़ लगाना ही नहीं, इसे बचाना भी है।कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री भागीरथ चौधरी ने भी कार्यभार संभाला और दफ्तर में पूजा-अर्चना की।

राजस्थान ओलिंपिक संघ में फिर शुरू हुआ विवाद

राजस्थान ओलिंपिक संघ के चुनाव की घोषणा के साथ ही सियासी घमासान शुरू हो गया है। अरुण सारस्वत गुट ने राजस्थान ओलिंपिक संघ की चुनाव प्रक्रिया को असंवैधानिक करार दिया है। वहीं, अनिल व्यास गुट ने नामांकन और वोटिंग की तैयारी शुरू कर दी है। राजस्थान हॉकी एसोसिएशन के अध्यक्ष अरुण सारस्वत ने कहा कि चुनिंदा लोगों द्वारा संवैधानिक तरीके से राजस्थान ओलिंपिक संघ के चुनाव कराने की घोषणा की गई है। जो पूरी तरह से असंवैधानिक प्रक्रिया है, और हम इस पूरी प्रक्रिया का बहिष्कार करते हैं।

यूडीएच मंत्री खर्रा का पिछली कांग्रेस सरकार पर बड़ा आरोप 

यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कहा है कि पिछली सरकार में प्रशासन शहरों के संग अभियान में बड़ी संख्या में पट्टे जारी किए गए थे। इसमें बड़ी गड़बड़ी की शिकायतें सामने आ रही थी। ऐसे में सरकार के स्तर पर अब जल्द ही पूर्व में जारी किए गए गलत पट्टों का रिव्यू किया जाएगा। मंत्री ने कहा कि इसको लेकर ही जल्द ही आम जनता से शिकायतें मांगी जाएगी। उसके आधार पर आला अधिकारियों की देखरेख में पट्टों की जांच की जाएगी। इसके साथ ही अगर जरूरत पड़ी तो प्रदेशभर की सभी नगर निकायों के सीमांकन भी फिर से किए जाएंगे।

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