Rajasthan सीएम भजनलाल ने की गृहमंत्री अमित शाह से खास मुलाकात, जानें किन बातों को लेकर हुई चर्चा

राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने गुरुवार को दिल्ली में कई केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात की। उन्होंने सबसे पहले केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री से मुलाकात की और उन्हें राजस्थान में सहकारिता क्षेत्र में हो रहे विकास और नए प्रयोगों की जानकारी दी। इस दौरान उन्होंने पैक्स के कम्प्यूटरीकरण, "म्हारो खाता म्हारो बैंक", गोपाल क्रेडिट कार्ड योजना और "सहकार से समृद्धि" अभियान जैसे विषयों पर चर्चा की। साथ ही उन्होंने अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष के अवसर पर राजस्थान में प्रस्तावित सहकारी सम्मेलन के लिए केंद्रीय मंत्री अमित शाह को आमंत्रित भी किया। इसके बाद मुख्यमंत्री ने केंद्रीय गृह एवं शहरी कार्य मंत्री और ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल से मुलाकात की।
इस मुलाकात में मुख्यमंत्री शर्मा ने राजस्थान में ड्रेनेज सिस्टम के विकास, पेयजल व्यवस्था, मेट्रो के विस्तार, सुविधाजनक सार्वजनिक परिवहन और बिजली उत्पादन व आपूर्ति के विभिन्न तरीकों पर चर्चा की। उन्होंने राज्य के कई जिलों में शहरी परिवहन सेवाओं को बेहतर बनाने की बात कही और जयपुर मेट्रो के दूसरे चरण को ज्वाइंट वेंचर मॉडल के तहत मंजूरी देने और इसके लिए जल्द केंद्रीय सहायता की मांग की। सीएम शर्मा ने ऊर्जा मंत्री से जोधपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड की योजना पर भी चर्चा की, जिसमें किसानों को दिन में बिजली उपलब्ध कराने के लिए 1368 करोड़ रुपए की डीपीआर तैयार की गई है।
उन्होंने आरडीएसएस योजना के तहत इसकी स्वीकृति का अनुरोध किया। उन्होंने सीटीयूआईएल, सीईए, एमएनआरई व अन्य एजेंसियों से भी राजस्थान में 115 गीगावाट बिजली उत्पादन की योजनाओं को शीघ्र क्रियान्वित करने तथा 50 गीगावाट अतिरिक्त अक्षय ऊर्जा के लिए ट्रांसमिशन नेटवर्क विकसित करने के लिए प्राथमिकता के आधार पर कदम उठाने की अपील की। सीएम ने केंद्रीय रेल, सूचना एवं प्रसारण तथा इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव से भी मुलाकात की।
इस बातचीत में उन्होंने आमजन की सुविधा और उद्योगों के विकास के लिए रेलवे नेटवर्क के विस्तार की जरूरत जताई। इसके अलावा डिजिटल कनेक्टिविटी को मजबूत करने तथा सूचना एवं प्रसारण क्षेत्र में नए प्रयोगों को बढ़ावा देने पर भी चर्चा हुई। इसके बाद सीएम ने केंद्रीय कोयला एवं खान मंत्री जी किशन रेड्डी से भी मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने खनिज संसाधनों के सतत विकास, निवेश संभावनाओं, खनन क्षेत्र के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने तथा बिजली संयंत्रों को कोयला आपूर्ति के मुद्दों पर गंभीरता से चर्चा की।