Bhilwara में फिर से पुलिस के हाथ लगी नाकामी, राजू फाैजी को गिरफ्तारी से बचाने के जोधपुर पुलिस पर लगे आरोप
भीलवाड़ा न्यूज़ डेस्क, राजू फाैजी के खिलाफ 16 साल में 21 मुकदमे दर्ज हुए। 13 मामले पुलिस के पास पेंडिंग पड़े हैं। इनमें से 8 मामले जोधपुर रेंज के हैं। मामलाें में अनुसंधान ही पूरा नहीं हुआ। इसकी बड़ी वजह है िक राजू के खिलाफ गवाह तक नही मिलते थे। पुलिस के अनुसार, राजू फाैजी बात-बात में फायरिंग कर देता था। इस वजह से भी लाेग गवाही देने से डरते थे।
राजू के खिलाफ जाे मुकदमे दर्ज हुए हैं उनमें एक दर्जन में ताे अन्य अपराध के साथ उसने फायरिंग भी की थी। पुलिस के अनुसार, नागाैर में एक बार वे अपने दाेस्त के यहां किसी शादी में गया था। वहां एेसे ही हवाई फायर कर दिया। इस मामले में पुलिस ने पूछताछ की ताे उसने हथियार का लाइसेंस बता दिया। पुलिस के अनुसार, वे हथियार के लाइसेंस भी फर्जी रखता था लेकिन इसका पता नहीं चलने देता था। छाेटे-माेटे मामलाें में ताे ये सामने वाले व्यक्ति काे डरा-धमकाकर समझाैते के कागज पर हस्ताक्षर करवा देता था। यही वजह है कि राजू फाैजी अब तक एक भी मामले में गिरफ्तार नहीं हुआ।
राजू फाैजी बाड़मेर जिले के कल्याणपुर थाना क्षेत्र के डाेली कला गांव में अपना आलीशान मकान बनवा रहा था। सूत्राें के अनुसार, वह कई बार गांव में बन रहा मकान देखने आता रहता था। रायला व कोटड़ी की घटना के बाद भी मकान पर आया था लेकिन पुलिस काे सूचना नहीं मिली और वो निकल गया।
राजू फाैजी के खिलाफ करीब दस जिलाें में मामले दर्ज है। ये बाड़मेर जिले का हिस्ट्रीशीटर है। इसमें जाेधपुर कमिश्नरेट, कल्याणपुर, पीपाड़ शहर, बिलाड़ा, खेड़ापा सिधणारी बाड़मेर, चाैपासनी हाउसिंग बाेर्ड आदि जगह के हैं। इनमें लूट, मारपीट, एनडीपीएस के मामले ज्यादा है। इनके बावजूद जाेधपुर रेंज की पुलिस ने कभी राजू फाैजी पर हाथ नहीं डाला। 10 अप्रैल 2021 काे जब रायला व काेटड़ी में पुलिसकर्मियाें की हत्या हुई तब पुलिस एक्टिव हुई।
भीलवाड़ा जिले में दो जवानों की मौत के मामले में मोस्ट वांटेड फौजी के बाड़मेर से नागाैर जाते समय एक बार पुलिस काे गाड़ी में हाेने की सूचना मिल गई थी। नागाैर पुलिस ने नाकाबंदी भी लेकिन राजू फाैजी काे इसकी सूचना मिल गई। फाैजी ने नाकाबंदी से पहले ही अपनी गाड़ियां निकाल दी क्याेंकि उसेे अपने मुखबीराें के जरिए पुलिस कार्रवाई की सूचना पहले मिल गई थी और ऐनवक्त उसने अपना रूट बदल दिया।
रायला व काेटड़ी थानाें के कांस्टेबल पवन चौधरी व औंकार रायका की हत्या के आरोपी तस्कर राजू फौजी काे बुधवार को अजमेर के जेएलएन अस्पताल में जांच के बाद वापस भीलवाड़ा लाया गया। उसे जेल में रखा गया है। एसपी आदर्श सिद्धू ने बताया कि एमजी अस्पताल के डाॅक्टराें ने राजू फौजी की कुछ जांचें व कलर एक्सरे कराने की सलाह दी थी। जाे कि भीलवाड़ा में नहीं हाे सकती थी। इस कारण हायर सेंटर रैफर किया था। मंगलवार शाम कड़ी सुरक्षा के बीच एंबुलेंस से अजमेर स्थित जेएलएन अस्पताल ले जाया गया जहां बुधवार काे दिनभर स्वास्थ्य संबंधी जांचें कराई गई।
सिर पर लगी चोट का रंगीन एक्सरे कराया व न्यूरो सर्जन को दिखाया गया। एसपी के अनुसार डाॅक्टराें की जांच में राजू फाैजी की स्थिति सामान्य पाई गई। शाम करीब 5 बजे पुलिस अधिकारियों के साथ गई कमांडाे टीम राजू फाैजी काे लेकर वापस भीलवाड़ा रवाना हुई। रात करीब सवा 10 बजे उसे भीलवाड़ा लाकर जिला जेल में शिप्ट किया गया।
राजस्थान न्यूज़ डेस्क !