उदयपुर में आस्था का महासागर! 80 किलो चांदी के रथ पर विराजमान हुए भगवान जगन्नाथ, भव्य शोभायात्रा देखने के लिए उमड़ा जन सैलाब

उड़ीसा के पुरी की तर्ज पर झीलों की नगरी उदयपुर में भी शाही अंदाज में भगवान जगन्नाथ की भव्य रथ यात्रा निकाली जा रही है। भक्ति और परंपरा का यह अद्भुत संगम ऐतिहासिक जगदीश मंदिर से शुरू हुआ। 21 तोपों की सलामी के साथ यात्रा शुरू हुई, जिससे माहौल और भी भक्तिमय हो गया।
इस अनूठे आयोजन को देखने के लिए देश-विदेश से पर्यटक उमड़े, वहीं स्थानीय श्रद्धालुओं की भी भारी भीड़ उमड़ी। भगवान जगन्नाथ स्वामी को 80 किलो चांदी से बने भव्य रथ में विराजमान किया गया। यह रथ 16 फीट लंबा, 8 फीट चौड़ा और 21 फीट ऊंचा है। भगवान के साथ रथ में माता महालक्ष्मी और दानी रायजी भी विराजमान हैं। परंपरा के अनुसार विशेष वेशभूषा में पुरुष मेवाड़ी पगड़ी और धोती, महिलाएं केसरिया साड़ी और नंगे पांव रथ को खींचते नजर आए।
नगर भ्रमण के लिए निकाला गया रथ: रथ यात्रा के साथ ही रंग-बिरंगे जुलूसों का कारवां भी चला, जिसमें विभिन्न समुदायों की झांकियां शामिल रहीं। मंदिर परिसर में सबसे पहले भगवान को छोटे रथ में विराजमान कर परिक्रमा करवाई गई, फिर रथ को नगर भ्रमण के लिए निकाला गया। श्रद्धालुओं ने नाचते-गाते, भजन गाते हुए भगवान के जयकारे लगाए और माहौल को भक्तिमय बना दिया। इस ऐतिहासिक यात्रा में मेवाड़ राजपरिवार के सदस्य एवं नाथद्वारा विधायक विश्वराज सिंह मेवाड़ अपनी धर्मपत्नी एवं सांसद महिमा कुमारी के साथ मौजूद रहे। जगदीश चौक एवं आसपास का क्षेत्र जय जगन्नाथ के नारों से गूंज उठा। हर तरफ आस्था, भक्ति एवं उल्लास का माहौल रहा।