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Nagaur में हाइवे के एक्सीडेंट चौराहे पर 5 सालों में 100 से ज्यादा एक्सीडेंट और 10 लोगों की मौत हुई

नागौर न्यूज़ डेस्क, पिछले दो दिन से लगातार हुए सड़क हादसों के बाद नागौर जिले के खींवसर कस्बें का पदमसर चौराहा एक बार फिर चर्चा में है। इस चौराहे को लोकल लोग एक्सीडेंट चौराहा भी कहते है। पिछले 5 सालों में PWD अधिकारियों और प्रशासनिक अधिकारियों की लापरवाही से यहां पर 100 से ज्यादा सड़क हादसे हुए है। आंकड़ों को देखे तो 5 सालों में यहां पदमसर चौराहे पर हुए सड़क हादसों में करीब 10 लोगों की मौत हो चुकी है और दो दर्जन से ज्यादा लोगों को हादसे में अपाहिजता मिली है।

पहले यहां CCTV कैमरे नहीं थे तो इन हादसों की भयावहता की फुटेज सामने नहीं आ पाई थी। लेकिन अब CCTV कैमरे होने से एक के बाद एक एक्सीडेंट फुटेज सामने आ रहे है। पदमसर चौराहे पर हो रहे इन हादसों के कारणों को लेकर ग्राउंड जीरों से पड़ताल की।

  • चौराहे की किसी भी सड़क पर स्पीड ब्रेकर नहीं है इसके चलते रफ्तार के नशे में वाहन चालक अंधाधुंध ड्राइविंग करते है और उन्हें साइड से आने वाले वाहन दिखाई ही नहीं देते है।
  • चौराहे पे एक साइड से सड़क पांच फीट UPAR है और DUSRI साइड NICHI है और इसके चलते ऊंचाई से आने वाले वाहन कंट्रोल नहीं कर पाते है।
  • घुमावदार चौराहा है और ब्लाइंड कट है इसके चलते वाहन एकदम से रोंगसाइड से रोड पर आ जाते है।
  • जोधपुर-नागौर के बीच ये अति व्यस्ततम चौराहा होने के बावजूद यहां ट्रेफिक कंट्रोल के लिए कोई व्यवस्था नहीं है।

इन हादसों में गंवानी पडी जान

  • साल 2002 - खींवसर GSS पर हेल्पर कुचामन निवासी मनोहरसिंह की ड्यूटी पर जाते समय बाइक और ट्रक एक्सीडेंट में मौत हो गई थी।
  • साल 2010 - भूराराम निवासी बैरावास की बाइक से अपने घर जाते समय यहां ट्रक एक्सीडेंट में कुचले जाने से मौत हो गई थी।
  • साल 2013 - शीलगांव निवासी दो युवकों की घर जाते समय बाइक ट्रक एक्सीडेंट में दर्दनाक मौत हो गई थी
  • साल 2014 - भावण्डा निवासी बाइक सवार युवक का ट्रक एक्सीडेंट में सर धड़ से अलग हो गया और मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई थी।

पिछले 15 सालों से खींवसर CHC के इंचार्ज सीनियर डॉक्टर जुगल किशोर सैनी ने बताया कि पदमसर चौराहे से आये दिन उनके हॉस्पिटल में एक्सीडेंट के केस आते है। इन एक्सीडेंट में कई लोगों कि मौते भी हो चुकी है। पब्लिक सेफ्टी के लिए इस चौराहे को सेफ बनाने के लिए विशेष प्रयास किये जाने की जरुरत है।

यहां ग्रामीणों की मांग है कि नागौर व जोधपुर की तरफ से बड़े वाहन हमेशा तेज गति में आते हैं इसलिए पदमसर चौराहे पर दोनों साइड स्पीड ब्रेकर बनवाये जाए। इसके साथ ही यहां कस्बें में से आने वाली रोड को कॉर्नर से थोड़ा लंबा करे ब्लाइंड कट को क्लियर करना चाहिए। वहीं खींवसर SHO गोपाल कृष्ण चौधरी ने बताया कि हाइवे का ये चौराहा बहुत ही खतरनाक है। यहां कस्बें से आने वाले कट को तो पूरी तरह से बंद कर कोई दुसरा वैकलिक रास्ता निकालने से ही हादसे रोक पाएंगे।

राजस्थान न्यूज़ डेस्क !!!

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