
राजस्थान में मानसून का प्रभाव लगातार बढ़ता जा रहा है, और इस समय प्रदेश के कई जिलों में मध्यम से लेकर भारी बारिश का दौर जारी है। मंगलवार को बांसवाड़ा जिले के सल्लोपाट में राज्य की सर्वाधिक बारिश 190 मिलीमीटर रिकॉर्ड की गई, जिससे क्षेत्र में जलभराव और सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ है।
भारी बारिश का दौर
प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में मानसून की बारिश ने एक बार फिर कहर बरपाया। भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, बूंदी, डूंगरपुर समेत कई जिलों में लगातार मूसलधार बारिश हो रही है। जयपुर जिले के जमवारामगढ़ में 70 मिलीमीटर बारिश मापी गई, जिससे वहां का तापमान गिरकर ठंडक में बदल गया। इस भारी बारिश के कारण कई क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति बन गई, जिससे यातायात प्रभावित हुआ और लोगों को असुविधा का सामना करना पड़ा।
प्रभावित इलाकों की स्थिति
बारिश के कारण प्रदेशभर में सड़कों पर जलभराव हो गया है, जिससे यातायात में बाधाएं उत्पन्न हो रही हैं। कई निचले इलाके जलमग्न हो गए हैं, और इस कारण फसलें भी प्रभावित होने का खतरा है। प्रशासन ने तुरंत आपातकालीन बचाव उपायों को तेज कर दिया है और राहत कार्यों के लिए टीमों को सक्रिय किया है। इस बारिश ने आम जीवन को भी प्रभावित किया है, लेकिन राहत कार्यों के प्रयास लगातार जारी हैं।
मौसम विभाग का अलर्ट
मौसम विभाग ने आगामी दिनों में और भारी बारिश का अनुमान जताया है और कहा है कि प्रदेश के कुछ इलाकों में मूसलधार बारिश जारी रहेगी। विभाग ने संबंधित जिलों के प्रशासन को सतर्क रहने की सलाह दी है, ताकि किसी भी प्रकार की आपदा से निपटने के लिए तत्काल कदम उठाए जा सकें।
राजस्थान में मानसून की बारिश ने मौसम को ठंडा कर दिया है, लेकिन जलभराव और प्रभावित क्षेत्रीय स्थितियों को ध्यान में रखते हुए प्रशासनिक कदम उठाए जा रहे हैं। अगले कुछ दिनों में बारिश के और बढ़ने की संभावना को देखते हुए राहत कार्य और व्यवस्थाओं पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।