राजस्थान के हाड़ौती संभाग में मानसून से किसानों की उम्मीदों पर पानी, खरीफ फसलों को भारी नुकसान
राजस्थान के हाड़ौती संभाग में इस बार मानसून किसानों के लिए आफत बनकर आया है। जून से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने किसानों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है, क्योंकि इस वर्ष खरीफ फसलें बुरी तरह प्रभावित हुई हैं। कोटा संभाग के कृषि विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, करीब 1 लाख 65 हजार हेक्टेयर में फसलें पूरी तरह खराब हो चुकी हैं।
इस मूसलधार बारिश ने न सिर्फ फसलों को नुकसान पहुंचाया, बल्कि बुवाई में भी बड़ी अड़चनें खड़ी कर दीं। बारिश की वजह से 1 लाख हेक्टेयर से ज्यादा जमीन पर खरीफ फसलों की बुवाई ही नहीं हो पाई। ऐसे में किसानों के सामने फसल की कमी और वित्तीय संकट की स्थिति उत्पन्न हो गई है।
कृषि विभाग के अधिकारी इसे एक अभूतपूर्व संकट मानते हैं, क्योंकि इस तरह की नुकसानदायक बारिश ने पहले से ही संकटग्रस्त किसानों के लिए और भी कठिनाइयां पैदा कर दी हैं। बारिश के कारण खेतों में जलभराव और कीटों के हमले ने फसलों को और अधिक नुकसान पहुंचाया है, जिससे किसानों की आर्थिक स्थिति भी प्रभावित हुई है।
राज्य सरकार और कृषि विभाग अब इन नुकसान का आकलन करने और किसानों को उचित राहत प्रदान करने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे में किसान समुदाय का ध्यान केंद्रित है कि क्या सरकार इन संकटग्रस्त किसानों को पर्याप्त सहायता और मुआवजा प्रदान कर पाएगी।
इस नुकसान का असर केवल किसानों तक ही सीमित नहीं है, बल्कि इससे राज्य की कृषि अर्थव्यवस्था पर भी गहरा प्रभाव पड़ सकता है, खासकर उन जिलों में जहां कृषि पर निर्भरता अधिक है।

