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फलों के राजा आम का मौसम: धौलपुर जिले में आम उत्कृष्टता केंद्र चर्चा में

फलों के राजा आम का मौसम: धौलपुर जिले में आम उत्कृष्टता केंद्र चर्चा में

फलों के राजा के रूप में पहचाने जाने वाला आम, इस समय पूरे शबाब पर है। देशभर में आम की सोंधी खुशबू फैल रही है और इसी के साथ धौलपुर जिले का नाम भी देश के आम मानचित्र पर एक नई पहचान बना रहा है। इस जिले के बसेड़ी उपखंड क्षेत्र स्थित खेमरी फार्म हाउस का आम उत्कृष्टता केंद्र (Mango Excellence Centre) इस बार खास चर्चा में है। जहां, आम की 24 विशेष किस्मों को तैयार किया गया है, जो न केवल देशभर, बल्कि विदेशों में भी धूम मचा रही हैं।

खेमरी फार्म हाउस: आम की नई पहचान

धौलपुर जिले के खेमरी गांव में स्थित यह आम उत्कृष्टता केंद्र इस क्षेत्र के कृषि विकास में एक नया आयाम जोड़ रहा है। यहां के किसानों ने आम के विभिन्न प्रकारों को उगाने के लिए शोध और मेहनत का एक लंबा सफर तय किया है। इस केंद्र पर 24 अलग-अलग किस्म के आमों का उत्पादन किया जा रहा है, जो स्वाद, आकार और रंग में बहुत ही अलग और आकर्षक होते हैं।

आम के इस केंद्र की खास बात यह है कि यहां के किसान न केवल पारंपरिक किस्मों की खेती कर रहे हैं, बल्कि आधुनिक कृषि तकनीकों का भी उपयोग कर रहे हैं। यह केंद्र देशभर में आम की विशेष किस्मों के प्रचार-प्रसार में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है और साथ ही किसानों को नये तकनीकों से अवगत करवा रहा है।

आम की 24 विशेष किस्में:

इस साल खेमरी फार्म हाउस के आम उत्कृष्टता केंद्र में उगाई गई 24 किस्मों में "केसर", "हापुस", "दसहरी", "लंगड़ा", "लाल कड़ी", "राजापुरी" जैसे प्रसिद्ध आमों के अलावा कई नई किस्में भी शामिल हैं, जो स्वाद और गुणवत्ता में बेहद शानदार हैं। इन आमों की विशेषता यह है कि ये बिना किसी रासायनिक उर्वरक के प्राकृतिक तरीके से उगाए जाते हैं, जिससे इनका स्वाद और गुण उत्तम होते हैं।

आम की इन किस्मों का न केवल स्थानीय बाजार में अच्छा बिक्री हो रहा है, बल्कि विदेशों में भी निर्यात हो रहे हैं। खासकर, संयुक्त अरब अमीरात, ब्रिटेन और अमेरिका जैसे देशों में इन आमों की भारी मांग है। यहां की ताजगी और गुणवत्ता ने उन्हें अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी पहचान दिलाई है।

कृषि विकास और स्थानीय रोजगार:

आम उत्कृष्टता केंद्र का सबसे बड़ा लाभ स्थानीय किसानों को हो रहा है। केंद्र में कार्यरत किसानों को न केवल अच्छे कृषि तकनीकी प्रशिक्षण मिल रहा है, बल्कि उन्हें उच्च गुणवत्ता वाले आम की खेती करने के लिए उत्तम बाजार भी मिल रहे हैं। इससे क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिल रही है। साथ ही, इस परियोजना से स्थानीय युवाओं को रोजगार के अवसर भी मिल रहे हैं, जो कृषि क्षेत्र से जुड़कर अपना भविष्य संवार रहे हैं।

नवीनतम कृषि तकनीकों का उपयोग:

यह केंद्र न केवल आम की गुणवत्ता में सुधार कर रहा है, बल्कि किसानों को उन्नत कृषि तकनीकों से भी परिचित करा रहा है। यहाँ, ड्रिप इरिगेशन, मल्चिंग, और सौर ऊर्जा जैसी आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल किया जाता है, जिससे पानी की बचत होती है और आम की उत्पादन क्षमता में भी वृद्धि होती है। इसके अलावा, केंद्र में परागण की प्रक्रिया को बेहतर बनाने के लिए भी वैज्ञानिक तरीके अपनाए जाते हैं।

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