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अजमेर हाई सिक्योरिटी जेल में बंद गोल्डी बरार के गैंग ने व्यापारियों से मांगी फिरौती, 2 जेलकर्मी सहित 11 आरोपी गिरफ्तार

अजमेर हाई सिक्योरिटी जेल में बंद सुखदेव सिंह गोगामेड़ी के हत्यारों तक जेल प्रहरी मोबाइल पहुंचा रहे थे। इन्हीं मोबाइल से गैंगस्टर व्यापारियों को धमकी देकर फिरौती मांग रहे थे। नहीं देने पर जान से मारने तक की प्लानिंग थी......
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राजस्थान न्यूज़ डेस्क !!! अजमेर हाई सिक्योरिटी जेल में बंद सुखदेव सिंह गोगामेड़ी के हत्यारों तक जेल प्रहरी मोबाइल पहुंचा रहे थे। इन्हीं मोबाइल से गैंगस्टर व्यापारियों को धमकी देकर फिरौती मांग रहे थे। नहीं देने पर जान से मारने तक की प्लानिंग थी। जयपुर की चित्रकूट पुलिस ने इस पूरे मामले का खुलासा किया। पुलिस ने दो जेल प्रहरी समेत 11 बदमाशों को गिरफ्तार किया है।

 

डीसीपी (पश्चिम) अमित कुमार ने बताया- 25 अप्रैल को सूचना मिली थी कि कोटपूतली-बहरोड़ निवासी बदमाश विक्रम सिंह उर्फ ​​कालू (25) अजमेर हाई सिक्योरिटी जेल में बंद बदमाशों को मोबाइल फोन देने के लिए जेल जाएगा। एक सूचना पर पुलिस टीम ने हरियाणा की ओर से आ रहे बदमाश विक्रम सिंह को पकड़ लिया। उसके पास से एक देसी कट्टा और दो मोबाइल मिले। पुलिस ने विक्रम सिंह को आर्म्स एक्ट के तहत गिरफ्तार कर लिया. इसके पास से हथियार-मोबाइल बरामद किये गये. गिरफ्तार आरोपी विक्रम सिंह ने पूछताछ में बताया- उसे अजमेर हाई सिक्योरिटी जेल में बंद गोगामेड़ी के हत्यारे गैंगस्टर सुमित यादव को दो मोबाइल फोन पहुंचाने थे.

जबरन वसूली का अधिकांश हिस्सा सुख-सुविधाओं के लिए जेलों में जाता है

जांच में पता चला कि बदमाश जेल में सुविधाओं के बदले पैसे का कुछ हिस्सा जेल स्टाफ तक पहुंचा रहे थे और मोबाइल पकड़े जाने से पहले सूचना दे रहे थे। धमकी देने के बाद अगर किसी ने पैसे नहीं दिए तो गोली मारकर हत्या करने की प्लानिंग भी जेल से की गई थी. मामला सामने आने पर अजमेर जेल प्रहरी पवन जांगिड़ (30) निवासी मकराना नागौर को गिरफ्तार कर लिया गया। वर्ष 2021 से उन्हें अजमेर हाई सिक्योरिटी जेल में तैनात किया गया था। वर्तमान में जेल में कैंटीन असिस्टेंट के पद पर कार्यरत हैं। इसके साथ ही जेल प्रहरी विक्रम सिंह (32) निवासी ग्राम पांडुकला नागौर को भी गिरफ्तार किया गया है.

विक्रम सिंह 16 मार्च 2024 से मेडता सिटी सब जेल में तैनात थे. 16 मार्च से पहले वह अजमेर हाई सिक्योरिटी जेल में प्रहरी था. वह जेल में कैंटीन असिस्टेंट के तौर पर काम कर रहा था. इनके अलावा कैमरे रिपेयर करने वाले राकेश जांगिड़ को भी गिरफ्तार किया गया है. इसने ड्रिल मशीन में मोबाइल छिपा रखा था।

गोगामेड़ी के हत्यारे ने व्यापारी को मारने की योजना बनाई

गोगामेड़ी हत्याकांड के आरोपी नितिन फौजी, रोहित राठौड़ और सुमित यादव अजमेर जेल में बंद थे. तीनों ने जयपुर के एक कारोबारी की हत्या की साजिश भी रची, लेकिन वारदात से पहले ही पकड़े गए। खुलासा हुआ कि हाई सिक्योरिटी जेल में अपराधियों और सुरक्षा गार्डों के बीच सांठगांठ चल रही थी. जेल प्रहरी अपराधियों तक मोबाइल फोन पहुंचाते थे. व्यापारियों की हत्या की योजना बनाने में भी सुमित यादव का नाम आया तो उसे जयपुर जेल ले जाया गया।

जेल प्रहरी समेत 11 गिरफ्तार

रामपुरा रेवाडी निवासी सुमित यादव, कोटपूतली बहरोड़ निवासी विक्रम सिंह उर्फ ​​कालू, रूपनगढ़ निवासी जीतराम चौधरी उर्फ ​​जितेंद्र, भिवानी निवासी साहिल शर्मा, राकेश जांगिड़ उर्फ ​​राहुल, भुसावर, भरतपुर निवासी गंगाराम गुर्जर हाल ही में मनोज सिंह अजमेर के भूणाबा निवासी उर्फ ​​प्रियांशु चौधरी, मदनगंज सांवतसर निवासी रामस्वरूप, बाडमेर निवासी नरेश कुमार, मेडता सब जेल के कांस्टेबल विक्रम सिंह राजपूत और हाई सिक्योरिटी जेल के कांस्टेबल पवन जांगिड़ को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों के पास से एक देशी कट्टा, दो कारतूस, दो मोबाइल बरामद किया गया है.

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