
पंजाब के पठानकोट जिले में शुक्रवार को एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। भारतीय वायुसेना का अपाचे हेलिकॉप्टर, जिसे दुनिया के सबसे उन्नत अटैक हेलिकॉप्टरों में गिना जाता है, तकनीकी खराबी आने के चलते आपात स्थिति में खेत में उतारना पड़ा। हेलिकॉप्टर ने पठानकोट एयरफोर्स स्टेशन से उड़ान भरी थी और कुछ ही दूर हलेड़ा गांव के पास यह घटना घटित हुई।
तकनीकी खामी के चलते खेत में उतरा हेलिकॉप्टर
जानकारी के अनुसार, जैसे ही हेलिकॉप्टर ने पठानकोट से उड़ान भरकर कुछ दूरी तय की, पायलट को तकनीकी खामी का संकेत मिला। पायलट ने तत्काल सतर्कता दिखाई और विमान को सुरक्षित जगह लैंड कराने का फैसला किया। ऐसे में उन्होंने हलेड़ा गांव के नजदीक एक खाली खेत को इमरजेंसी लैंडिंग के लिए चुना, जहां सुरक्षित तरीके से हेलिकॉप्टर उतार लिया गया।
मौके पर पहुंचे सेना और पुलिस अधिकारी
हेलिकॉप्टर की खेत में लैंडिंग की सूचना मिलते ही सेना और पुलिस के उच्च अधिकारी मौके पर पहुंच गए। क्षेत्र को तुरंत सुरक्षा घेरे में ले लिया गया और तकनीकी टीम ने हेलिकॉप्टर की जांच शुरू की। गांव के लोगों की भीड़ घटनास्थल के पास जमा हो गई, हालांकि सेना ने किसी को भी हेलिकॉप्टर के नजदीक नहीं जाने दिया।
दो घंटे में फिर उड़ान भरा हेलिकॉप्टर
करीब दो घंटे की तकनीकी जांच और मरम्मत के बाद हेलिकॉप्टर को दोबारा उड़ान भरने की अनुमति दी गई। हेलिकॉप्टर फिर से सुरक्षित तरीके से एयरफोर्स स्टेशन की ओर रवाना हो गया। वायुसेना की ओर से इस घटना में कोई जनहानि या नुकसान नहीं होने की पुष्टि की गई है।
पायलट की सूझबूझ की सराहना
इस पूरे घटनाक्रम में हेलिकॉप्टर पायलट की सतर्कता और सूझबूझ की हर ओर तारीफ हो रही है। उनकी तेज निर्णय क्षमता के चलते न सिर्फ एक महंगे और रणनीतिक संसाधन को नुकसान से बचाया गया, बल्कि गांव में किसी भी अप्रिय घटना की आशंका भी टल गई।