
राजस्थान में मानसून ने अब अपनी सक्रियता दिखानी शुरू कर दी है। खासकर पश्चिमी राजस्थान के जिलों में गुरुवार को झमाझम बारिश हुई, जिससे किसानों और आम जनता दोनों ने राहत की सांस ली। जालोर, बाड़मेर, जोधपुर और फलोदी में 2 से 5 इंच तक बारिश दर्ज की गई है। लगातार होती वर्षा ने जहां तापमान में गिरावट लाई है, वहीं कुछ निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति भी बनी है।
राज्य के मौसम विज्ञान केंद्र, जयपुर ने 4 जुलाई के लिए जयपुर, दौसा और टोंक जिलों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जबकि राज्य के बाकी जिलों में येलो अलर्ट घोषित किया गया है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि कुछ स्थानों पर तेज़ हवाओं के साथ बिजली गिरने और जलभराव की भी आशंका है।
पश्चिमी राजस्थान में राहत की बारिश
गुरुवार सुबह से ही पश्चिमी राजस्थान के कई जिलों में बादल छाए रहे और दोपहर तक तेज बारिश शुरू हो गई। जालोर और बाड़मेर में जहां खेतों में पानी भर गया, वहीं जोधपुर और फलोदी में भी घंटों तक रुक-रुक कर बारिश होती रही। यह वर्षा खासतौर पर कृषि कार्यों के लिए फायदेमंद मानी जा रही है क्योंकि इन क्षेत्रों में सूखे जैसी स्थिति बनती जा रही थी।
किसानों का कहना है कि अगर इसी तरह अगले कुछ दिनों तक बारिश होती रही तो खरीफ फसलों की बुवाई का काम तेजी से शुरू हो जाएगा।
जयपुर, दौसा और टोंक में ऑरेंज अलर्ट
मौसम विभाग के अनुसार, 4 जुलाई को जयपुर, दौसा और टोंक में भारी से अति भारी बारिश हो सकती है। इन जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, जिसका अर्थ है कि प्रशासन और नागरिकों को सतर्क रहने की जरूरत है। इसके अलावा अलवर, सीकर, भरतपुर, कोटा, अजमेर, भीलवाड़ा सहित अन्य जिलों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना को देखते हुए येलो अलर्ट जारी किया गया है।
प्रशासन की तैयारियाँ तेज
बारिश के बढ़ते असर को देखते हुए जिला प्रशासन ने संबंधित विभागों को सतर्क कर दिया है। नालों की सफाई, जलभराव वाले क्षेत्रों की निगरानी और बिजली आपूर्ति को लेकर सर्तकता बरती जा रही है। जयपुर नगर निगम और आपदा प्रबंधन विभाग ने कंट्रोल रूम को एक्टिव कर दिया है ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत सहायता पहुंचाई जा सके।
मौसम विभाग की भविष्यवाणी
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले 3–4 दिन राजस्थान के अधिकांश हिस्सों में सक्रिय मानसून बना रहेगा। खासकर पूर्वी राजस्थान में अच्छी बारिश के आसार हैं। तापमान में 4 से 6 डिग्री की गिरावट भी दर्ज की गई है, जिससे गर्मी से राहत मिली है।