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राजस्थान में भीषण गर्मी का कहर, कई शहरों में लू का प्रकोप जारी, वीडियो में जानें अगले 4 दिन राहत उम्मीद नहीं

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राजस्थान में भीषण गर्मी ने लोगों की परेशानी को बढ़ा दिया है। राजधानी जयपुर, चित्तौड़गढ़, करौली, भरतपुर, बूंदी सहित कई जिलों में तापमान लगातार 44 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच रहा है। लू के थपेड़ों ने जनजीवन को प्रभावित कर दिया है। गर्म हवाओं के चलते दोपहर के वक्त सड़कों पर सन्नाटा पसरा नजर आता है, जबकि गर्मी से बचने के लिए लोग सुबह-शाम ही जरूरी काम निपटा रहे हैं।

मौसम विभाग ने दी चेतावनी

मौसम विभाग के मुताबिक, राजस्थान में आगामी 3 से 4 दिनों तक लू से राहत की कोई उम्मीद नहीं है। राज्य के पश्चिमी और पूर्वी हिस्सों में गर्म और शुष्क हवाएं चलती रहेंगी। खासकर गंगानगर, बीकानेर, चूरू, बाड़मेर और जैसलमेर में तापमान 46 डिग्री तक जा सकता है। विभाग ने इन क्षेत्रों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है और लोगों को दोपहर 12 बजे से 4 बजे तक घर से बाहर निकलने से बचने की सलाह दी है।

अस्पतालों में हीट स्ट्रोक के मामले बढ़े

गर्मी के चलते हीट स्ट्रोक और डिहाइड्रेशन के मामलों में तेजी से इजाफा हुआ है। जयपुर के एसएमएस अस्पताल, करौली के जिला अस्पताल और चित्तौड़गढ़ के सरकारी अस्पतालों में ऐसे कई मरीज भर्ती हो रहे हैं, जिन्हें तेज गर्मी के कारण चक्कर आना, उल्टी-दस्त या बेहोशी की शिकायतें हैं। डॉक्टरों का कहना है कि बुजुर्ग, बच्चे और पहले से बीमार लोग खासतौर पर इस मौसम में सतर्क रहें।

बिजली-पानी की मांग बढ़ी, संकट की आशंका

गर्मी बढ़ने के साथ ही बिजली और पानी की मांग भी रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है। जयपुर, कोटा और जोधपुर जैसे शहरों में लगातार बिजली कटौती की शिकायतें सामने आ रही हैं। वहीं ग्रामीण इलाकों में पेयजल आपूर्ति पर भी असर पड़ा है। कई गांवों में टैंकरों के जरिए पानी पहुंचाया जा रहा है। सरकार ने जलदाय और ऊर्जा विभाग को स्थिति नियंत्रण में रखने के निर्देश दिए हैं।

स्कूलों और दफ्तरों में बदला समय

गर्मी के चलते कुछ जिलों में स्कूलों का समय बदल दिया गया है। चित्तौड़गढ़, करौली और भरतपुर में स्कूलों को सुबह 7 बजे से 11 बजे तक चलाने का आदेश दिया गया है। साथ ही निर्माण कार्यों और खुले में काम करने वालों को पर्याप्त पानी व छांव मुहैया कराने के निर्देश भी स्थानीय प्रशासन को दिए गए हैं।

क्या है आगे का अनुमान?

मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, राजस्थान में मानसून के दस्तक देने में अभी लगभग दो सप्ताह का समय बाकी है। फिलहाल राज्य पश्चिमी विक्षोभ से भी अछूता है, जिससे तेज हवाओं या बारिश की कोई संभावना नहीं बन रही है। तापमान में मामूली गिरावट केवल तभी संभव है जब हवाओं की दिशा में बदलाव हो।

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