राजस्थान में दिल दहला देने वाला हादसा! एक साथ सजी पिता-पुत्र की चिता, जानिए कैसे हुआ इतना भयानक हादसा ?

बूंदी के नैनवां थाना क्षेत्र के बामनगांव के पास समिधी रोड पर सोमवार रात को अज्ञात वाहन की चपेट में आने से पिता-पुत्र की मौत हो गई। मंगलवार सुबह पोस्टमार्टम के बाद दोनों के शव परिजनों को सौंप दिए गए। बाइक पर सवार मानपुरा गांव निवासी 35 वर्षीय राजूलाल मीना व उसके 12 वर्षीय पुत्र विश्वास उर्फ विष्णु की आग में झुलसने से मौके पर ही मौत हो गई। इकलौते पुत्र सहित पिता की मौत से परिवार में कोहराम मच गया। राजूलाल सोमवार रात को बाइक पर अपने पुत्र के साथ अपने गांव मानपुरा जा रहा था। बामनगांव से आगे समिधी रोड पर अज्ञात वाहन ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी।
टक्कर के बाद बाइक में आग लग गई। टक्कर लगने से घायल हुए पिता-पुत्र भी आग की चपेट में आ गए, जिससे पुत्र 100 प्रतिशत व पिता 95 प्रतिशत जल गया। पिता के सिर में भी चोट लगी हुई मिली। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई थी। बेटे का शव सड़क किनारे खेत की तार फेंसिंग में फंसा हुआ था। सुबह एसआई कमल सिंह बंजारा व हेड कांस्टेबल उपजिला अस्पताल पहुंचे और शवों का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम करवाया। मृतक के भाई बलराम ने रिपोर्ट दी है, जिसमें उसने लिखा है कि उसका भाई राजूलाल व भतीजा बाइक से गांव आ रहे थे, जिनकी बाइक को अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी, जिससे बाइक में आग लग गई और भाई व भतीजे की जलने से मौत हो गई। पुलिस ने रिपोर्ट पर अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
जब एक साथ अर्थी उठाई तो आंखें भर आईं
जलने से मरने वाले मृतक राजूलाल मीना का बेटा विश्वास उर्फ विष्णु इकलौता बेटा था। राजूलाल के परिवार में उसकी पत्नी मन्नीबाई व 14 वर्षीय बेटी शोभा ही बची थी। हादसे में मन्नीबाई का पति बर्बाद हो गया और उसका इकलौता बेटा भी चला गया। पिता-पुत्र के शव जब मानपुरा गांव पहुंचे तो परिवार में कोहराम मच गया। घर से एक साथ पिता-पुत्र की अर्थियां उठीं तो गांव के हर व्यक्ति की आंखें इस हृदय विदारक दृश्य को देखकर भर आईं। पिता-पुत्र का एक ही चिता पर अंतिम संस्कार किया गया। अंतिम संस्कार में शामिल हुए लोग भी रोने लगे।