शहर में आवारा कुत्तों का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है और प्रशासन की लापरवाही के चलते हालात बेकाबू होते जा रहे हैं। सोमवार देर शाम एक आवारा कुत्ते ने ताबड़तोड़ हमला कर करीब दो दर्जन लोगों को घायल कर दिया। इस हमले के बाद स्थानीय अस्पताल में घायलों की लंबी कतार लग गई और पूरे इलाके में दहशत फैल गई।
प्रत्यदर्शियों के अनुसार, कुत्ता बेकाबू होकर गलियों में दौड़ता रहा और जिसने भी उसे रोकने की कोशिश की, उस पर झपट पड़ा। पीड़ितों में बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग भी शामिल हैं। कई लोगों को गहरे घाव लगे हैं, जिन्हें उपचार के लिए तत्काल अस्पताल में भर्ती करवाया गया।
इस घटना के बाद नगर परिषद और प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि वे पिछले कई महीनों से आवारा जानवरों के खतरे को लेकर शिकायत कर रहे हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।
एक स्थानीय निवासी ने कहा, "हम अपने बच्चों को अकेले बाहर भेजने से डरते हैं। रोज़ कोई न कोई घायल होता है, पर प्रशासन मौन है।"
शहरवासियों ने प्रशासन से तुरंत प्रभाव से आवारा कुत्तों की पकड़धकड़ और नसबंदी अभियान शुरू करने की मांग की है, ताकि आमजन को राहत मिल सके।

