नागौर न्यूज़ डेस्क, जोधपुर से Nagaur fort (Nagaur kila)करीबन 137 कि.मी उत्तर के क्षेत्र में मौजूद है। राजस्थान के किले में आमतौर पर कई सारि जगहों में से यह नागौर किला प्राचीन राजस्थान का इतिहास जो कलात्मक ,पारम्परिक जीवन शैली का अद्भुत और आकर्षक नमूना है। नागौर में प्रवेश करते ही वहां की सुन्दरता आपको आकर्षित करता है। दूसरी शताब्दी में नागवंशियों ने नागौर का किला बनवाया उनका पुनः निर्मणा मोहम्मद बाहलीम जो गज़निवेट्स के गवर्नर उन्होंने करवाया जिनकी ऊंची दीवारों और बड़े परिसर के लिए प्रसिद्ध है।
यहाँ Nagaur durg में स्थित नाकाश, देहली ,और त्रिपोलिया तीन ध्वार आपका स्वागत करता है। उसके अंदर कई महल, फव्वारे, मंदिर और खूबसूरत बगीचे भी बनाये गए है। शहर में स्थित Rajasthan ka kila को देखने के लिए बहोत सारे देश-विदेश के कई सारे पर्यटक यहाँ घूमने के लिए आते है। अगर आप इस Nagaur centeral fort के बारे में जानना चाहते है तो हमारे इस लेख को पूरा पढियेगा जरूर।
नागौर किले का इतिहास –
राजस्थान का किला नागौर का इतिहास (nagaur ka itihaas) देखे तो यह nagaur rajasthan के अन्य किलो की तरह यह नागौर का किला भी ऊँची पहाड़ी पर स्थित है। Nagaur fort history in hindi में बतादे की कई अन्य नामो से भी जाना जाता है जिनमे से इसके नाम इस तरह है नागणा दुर्ग , नाग दुर्ग , और अहिछत्रपुर नामो से पहचाना जाता है।
nagaur ka kila अपनी अद्भुत बनावट, खासियत और खूबसूरत के लिए बहोत प्रसिद्ध है और Nagod fort सुन्दर और आकर्षित हे। यह किला मिट्टी से बना हुवा है। और Nagour fort का ज़िक्र महाभारत में भी सुनने को मिलता है। नागौर किले के बारे में कहा जाता है कि इस किले को अर्जुन ने गुरु द्रोणाचार्य को उपहार में दिया था। नागौर किले को अन्य कई प्राचीन नामो से जाने जाता है जिसमे नागणा दुर्ग , नाग दुर्ग , और Ahhichatragarh fort से प्रसिद्ध है।
Nagaur Fort का निर्माण –
नागौर का किला ऐसा माना जाता है, नागौर किला का निर्माण (Nagaur fort owner) महाभारत कालीन नाग वंशियो द्वारा बनवाया गया था। यह नाग्वंशियो का वर्तमान समय में देखा जाता है वह राजाधिराज बख्तासिँह के समय का पहचाना जाता है।
nagaur ka kila की इमारते अत्यंत पुरानी और कुछ इमारते इसके बाद की दिखाई देती है। नागौर का किला मिट्टी से बना था और भारत के प्राचीन क्षत्रियो ध्वारा बनवाया गया था। इस कारण इस किले का मूल निर्माता नाग क्षत्रिय थे। यह नाग जाती महाभारत कई हजारो साल पुरानी मानी जाती है।
Nagaur Fort की संरचना –
नागौर का किला की संरचना बहोत सुन्दर और आकर्षित है और Nagaur fort rajasthan में देखने योग्य स्मारक है। महल में कई सारे छोटे मोटे महल भी स्थित है। नागौर किले में खूबसूरत महल छतरिया , रानी महल , शीश महल , बादल महल की शानदार बनावट के कारण यह किला विश्व भर में प्रसिद्ध है।
नागौर का प्राचीन इतिहास देखे तो nagaur in rajasthan में राजपुताना शैली में बनाई हुई सैनिको की आकर्षक छतरिया देखने को मिलती है। यह किला समतल भूमि पर यह किले का निर्माण करवाया गया था। यह किले की दीवारे बहोत ऊँची और और उसका परिसर बहुत विशाल है। नागौर के किले में प्रवेश के लिए मुख्य 7 दरवाजे बनवाये गए है। जिसमे पहला द्वार लोहे और लकड़ी के नुकीले किलो का इस्तेमाल करके बनवाया है। जिस को खासकर के दुश्मनो से रक्षा करने के लिए बनवाया गया था।
यह नागौर का दूसरा द्वार बिचलि पोल के नाम से पहचाना जाता है तीसरा द्वार कचहरी पोल ,चौथा सूरज पोल , पांचवा धुरति पोल ,छठा रजपोल, सातवा और आखरी द्वार को न्यायपालिका के रूप में इस्तेमाल किया जाता था। नागौर के किले में मुग़ल शासक अकबर द्वारा निर्माणित करवाई गई एक मज्जिद और मोईनुद्दीन चिस्ती संत की एक दरगाह भी स्थित है।
नागौर किले की वास्तुकला –
यह नागौर किला हिस्ट्री देखे तो नागौर किले की वास्तुकला किले में कई सारे आकर्षक स्मारक भी मौजूद है। नागौर किला एक पहाड़ी की समतल स्थान पर बनाया गया है। नागौर किले में रानियों के लिए स्नानागार का निर्माण करवाया था और इसकी दीवारों पर भित्ति चित्रों से सुसज्जित की गई थी। नागौर किले के मुख्य सात द्वार है। नागौर किले की दीवारे बहोत ऊँची और आकर्षक है और किले के अन्य कई स्मारकों की वजह से यह बहोत सुन्दर और आकर्षक लगता है। नागौर किले की बनावट और इसकी वास्तुकला के कारण यह किला देश विदेश के पर्यटकों का आकर्षण का केंद्र बना हुवा है।
नागौर किले के द्वार –
यह नागौर किले के मुख्य 7 प्रवेश द्वार है जिनमे पहला द्वार लोहे और लकड़ी के नुकीले किलो से बनवाया था , दूसरा द्वार बिचलि पोल , तीसरा द्वार कचहरी पोल , चौथा सूरज पोल , पांचवा धुरति पोल ,छठा रजपोल ,सातवा द्वार न्यायपालिका के रूप से जाने जाते है।
Nagaur Fort की खासियत –
यह नागौर किले की खासियत यह है की इस किले की बनावट इस तरह की गई है की कोई दुश्मन का हमला कर दे तो इस पर जल्द जित हांसिल नहीं कर सकता और दुश्मनो के तोपों के गोले इस किले पर किसी ज्यादा नुकशान नहीं कर सकता। क्युकी यह किला मिट्टी से बनवाया गया है। नागौर की प्रसिद्ध मिठाई रसमाधुरी है।
नागौर किले में अन्य स्मारक –
नागौर राजस्थान खूबसूरत महल , छतरिया , रानी महल , शीश महल , बादल महल (Badal mahal nagaur), नागौर किले के मुख्य 7 दरवाजे पहला द्वार लोहे और लकड़ी के नुकीले किलो से बनवाया था , दूसरा द्वार बिचलि पोल , तीसरा द्वार कचहरी पोल, चौथा सूरज पोल, पांचवा धुरति पोल,छठा रजपोल ,सातवा द्वार न्यायपालिका के रूप से जाने जाते है। नागौर के गाँव मंडावरा, मीठड़ी मारवाड़ और मौलासर है।
अकबरी महल :
अकबर के नागौर के प्रवास करने के लिए आया था इस समय दौरान अकबर के लिए अकबरी महल का निर्माण करवाया गया था। इसके अलावा महल में स्नानागार स्थित है जिसकी दीवारों पर भित्ति चित्र कण्डारित किये गए है।
दीपक महल :
राजा और महाराजाओके समय में होने वाले उत्त्सवों के समय दौरान
रोशनी के लिए कई संख्या में दीपक जलाये जाते थी।
यह उस समय जलाये जाने वाले दीपक का सबूत आज भी मिलता है।
लाडनूं का इतिहास –
राजस्थान राज्य के निर्माण से पहले जोधपुर राज्य कि सीमा पर बसा लाडनूं एक महत्वपूर्ण कस्बा हुआ करता था। इतिहासविदों और शिलालेखों के कहे अनुसार लाडनूं प्राचीन Ahichhatrapur का एक हिस्सा हुआ करता था। जहा नागवंशीय राजाओं ने करीब 2000 वर्षो तक अपना अधिकार स्थापित किया था। उसके पश्यात परमार राजपूतों राजा ने अपना अधिकार कर लिया उनके पास से मुगल ने आधिपत्य जमाया था।
नागौर किला गुमने जाने का अच्छा समय –
अगर आप नागौर किला आप गुमने जाने का सोच रहे है।
तो आप इस किले में साल में किसी भी समय पर जा सकते है।
परन्तु किले घूमने के अलावा अगर आप सुन्दर मौसम का आनंद लेना चाहते है।
तो आप फरवरी से मार्च और अगस्त से नवम्बर के महीने में जा सकते है।
नागौर किले के नजदीकी पर्यटन स्थल –
नागौर के आसपास घूमने वाली नजदीकी स्थानों में कई
सारि जगहे मौजूद है इनमे से कुछ आप देख सकते है।
तारकिन की दरगाह
Nagaur fort hotel
मीरा बाई की जन्मस्थली मेड़ता
कुचामन का किला
वीर अमर सिंह राठौड़ की छतरी
खिमसर किला (Khimsar fort nagaur)