विदेश से प्राईवेट पार्ट में लेकर आए 70 लाख का सोना, एक्सरे में मिली एक और खतरनाक चीज
राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) की टीम ने जयपुर एयरपोर्ट पर सोने की तस्करी के खिलाफ बड़ी और सनसनीखेज कार्रवाई को अंजाम दिया है। इस अभियान में सोना तस्करी के मास्टरमाइंड अजय फगड़िया समेत दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। अधिकारियों ने उसके पास से 772 ग्राम सोना जब्त किया है, जिसका बाजार मूल्य करीब 70 लाख रुपये बताया जा रहा है।
अरब की फ्लाइट से रियाद से जयपुर आए
डीआरआई को खुफिया सूत्रों से सूचना मिली थी कि एक यात्री एयर अरेबिया की फ्लाइट से रियाद से जयपुर आ रहा है और उसके पास अवैध सोना हो सकता है। जब इस यात्री की गहन जांच की गई तो शुरू में कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला। लेकिन जब अदालत की अनुमति से उसका एक्स-रे कराया गया तो चौंकाने वाली सच्चाई सामने आई - उसके मलाशय में सोने का पेस्ट छिपा हुआ था।
जयपुर एयरपोर्ट पर सोने की तस्करी का बड़ा खुलासा
यात्री से पूछताछ की गई तो पूरे नेटवर्क के मास्टरमाइंड का नाम सामने आया- सीकर के भदवासी निवासी अजय फगड़िया। वह लंबे समय से सीकर और नागौर के बेरोजगार युवकों को इस धंधे में फंसा रहा था। उन्होंने इसका उपयोग वाहक के रूप में किया और उन्हें सिखाया कि अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से पेस्ट के रूप में सोना कैसे लाया जाए। बदले में इन युवकों को प्रति यात्रा 10,000 रुपये से 20,000 रुपये तक का भुगतान किया जाता था।
यह मामला एक बड़े अंतरराष्ट्रीय सिंडिकेट से जुड़ा हुआ है।
डीआरआई का बड़ा खुलासा: और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं! खुफिया एजेंसियों का मानना है कि यह मामला अजय फगड़िया तक सीमित नहीं है, बल्कि इसके तार किसी बड़े अंतरराष्ट्रीय सिंडिकेट से जुड़े हो सकते हैं। डीआरआई टीम अब इस नेटवर्क के अन्य सदस्यों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार करने की तैयारी कर रही है।
आगे की कार्रवाई और जांच गिरफ्तार दोनों आरोपियों को 27 मार्च 2025 को अदालत में पेश किया गया, जहां उनसे आगे की पूछताछ की जा रही है। इस मामले में अभी भी कई बड़े खुलासे होने बाकी हैं तथा जल्द ही और गिरफ्तारियां होने की संभावना है।
यह घटना दर्शाती है कि किस प्रकार बेरोजगार युवाओं को तस्करी के धंधे में धकेला जाता है। लेकिन यह बहुत खतरनाक है - पकड़े जाने पर कानूनी कार्रवाई हो सकती है और यहां तक कि कई वर्षों तक जेल भी हो सकती है। इसलिए किसी लालच में आकर इस अवैध कार्य में शामिल न हों और सावधान रहें। डीआरआई और अन्य खुफिया एजेंसियां लगातार इस मामले पर नजर रख रही हैं।