सासू-बहू से लेकर ननद-भाभी तक सब मिलकर करते थे चोरी, प्लानिंग ऐसी की जानकार रह जाएंगे हैरान
राजस्थान के झुंझुनू जिले के चिड़ावा शहर में एक कपड़े की दुकान से दिनदहाड़े हुई लूट ने सबको चौंका दिया है। पुलिस ने पांच महिलाओं को गिरफ्तार किया है जो रिश्तेदार निकलीं, जिनमें सास, बहू और ननद शामिल हैं।
महिलाओं ने सोची-समझी योजना बनाकर चोरी की थी और एक नाबालिग लड़के की मदद से सामान छिपा दिया था। पुलिस जांच में पता चला है कि ये चालाकी भरी चोरियां कई जगहों पर हुईं।
यह खुलासा दुकानदार की सतर्कता से हुआ।
महिलाएं चिड़ावा के खेतड़ी रोड पर दुकान पर दो बार आई थीं। महिला सेल्सवुमन की नजर बचाकर उन्होंने कपड़े चुरा लिए। फिर वे पुरानी तहसील रोड पर दूसरी दुकान पर गईं। दुकानदार को शक हुआ और उसने CCTV फुटेज चेक किया।
वीडियो में एक महिला कपड़े छिपाती दिख रही थी। दुकानदार ने तुरंत उसका पीछा किया और उसे रंगे हाथों पकड़ लिया। फिर उसने उसे पुलिस के हवाले कर दिया। इस सतर्कता से पूरी साजिश का पर्दाफाश हो गया।
गिरफ्तार महिलाओं की पहचान और रिश्ते
पुलिस ने गिरफ्तार महिलाओं की पहचान कर ली है। ये हैं: कोटपुतली-बहरोड़ इलाके के जखराना गांव के सुभाष चौहान बावरिया की पत्नी 40 साल की अंगुरी उर्फ लगुड़ी। उसी गांव के राजाराम उर्फ प्रोमो चौहान बावरिया की पत्नी 61 साल की सुनहरी देवी उर्फ सुनेरी। हरियाणा के पलवल जिले के भैंडोली गांव के नरेंद्र कुमार बावरिया की पत्नी 46 साल की ग्यासी उर्फ ग्यारसो, रवि बावरिया की पत्नी 32 साल की बबीता और महेंद्रगढ़ जिले के पाली गांव के रतिराम बावरिया की पत्नी 61 साल की कृष्णा देवी। ये सभी बावरिया जाति से हैं और सास-ससुर या ननद-भाभी के रिश्ते से एक-दूसरे से जुड़ी हैं।
पूछताछ में सामने आए अहम राज
पूछताछ में पता चला कि उन्होंने चोरी का सामान अपने साथ मौजूद एक नाबालिग भतीजे को दे दिया था। पुलिस अब लड़के की तलाश कर रही है। एक महिला के खिलाफ पहले से ही चोरी के चार केस दर्ज हैं। यह गैंग मकराना और दूसरे इलाकों में भी वॉन्टेड है।
पुलिस का मानना है कि आगे की जांच में और चोरियां सामने आ सकती हैं। ये महिलाएं दुकान में घुसने, सामान छिपाने और फिर निकलने जैसे बड़े प्लान के साथ काम कर रही थीं।

