जोधपुर एम्स में TAVI तकनीक का पहला सफल ऑपरेशन, सांस लेने में थी तकलीफ, देखें वायरल वीडियो में पूरा बयान
राजस्थान न्यूज़ डेस्क !!! जोधपुर एम्स में TAVI तकनीक से ऑपरेशन कर एक मरीज को राहत दी गई है। दावा किया जा रहा है कि इस तरह का ऑपरेशन देश की सभी एम्स में से जोधपुर से पहली बार किया है। जोधपुर एम्स के कार्डियोथोरेसिक व वेस्क्युलर सर्जरी विभाग ने ट्रांसकैथेटर आर्टिक वॉल्व इम्प्लांटेशन से ऑपरेशन किया है। इस ऑपरेशन में डॉक्टरो ने मरीज के छाती की हड्डी को बिना काटे जांघ की एक वेन के रास्ते वाल्व को हार्ट तक पहुंचाया है।
संक्रमण से जान जाने का था खतरा
कार्डियोथोरेसिक और वैस्क्युलर सर्जरी विभाग के अतिरिक्त प्रोफेसर और विभागाध्यक्ष डॉ. आलोककुमार शर्मा ने बताया कि मरीज (69) कई महीनों से सांस लेने में कठिनाई, पैरों में सूजन, कमजोरी, घबराहट और जल्द थकान के साथ एम्स ओपीडी में आया था। जांच के बाद एऑर्टिक वाल्व की सिकुड़न और हार्ट फेलियर का निदान किया। इनकी कोरोनरी धमनियों की बीमारी, मधुमेह, मोटापा, किडनी फेलियर और छाती की संक्रमण जैसी समस्याओं के बीच पारंपरिक हृदय को खोलकर सर्जरी करने में रिस्क अधिक था।
20 अप्रैल को किया गया ऑपरेशन
कार्डियोलॉजी और एनेस्थिसिया एंड क्रिटिकल केयर विभाग के सहयोग से निर्णय कर ट्रांसकैथेटर आॉर्टिक वॉल्व प्रतिस्थापन (टावी) का निर्णय लिया। हृदय की शिथिलता (फेलियर) की दवाओं का करीब 1 माह तक उपचार करने के बाद टावी प्रक्रिया 20 अप्रैल को की गई।