राजस्थान समेत 5 राज्यों में ईडी की बड़ी कार्रवाई, पंजाब के उद्योगपति पर 7 करोड़ रुपए ठगने का आरोप
राजस्थान समेत पांच राज्यों में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बुधवार को बड़ी कार्रवाई की। ईडी ने पंजाब के एक जाने-माने उद्योगपति को डिजिटल अरेस्ट कर 7 करोड़ रुपए ठगने के मामले में जांच के लिए गिरफ्तार किया। अधिकारियों ने बताया कि यह कार्रवाई साइबर ठगी और आर्थिक अपराधों के खिलाफ की गई है।
ईडी के सूत्रों के अनुसार, गिरफ्तार उद्योगपति ने विभिन्न कंपनियों और निवेशकों को ठगकर लगभग 7 करोड़ रुपए हड़पने का आरोप है। प्रारंभिक जांच में यह पता चला कि आरोपी ने ऑनलाइन माध्यमों और डिजिटल लेनदेन के जरिए लोगों को विश्वास में लेकर उनके पैसे हड़पने की योजना बनाई थी।
ईडी ने कार्रवाई के दौरान राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और महाराष्ट्र में छापेमारी की। छापेमारी के दौरान आरोपी के घर और कार्यालयों से महत्वपूर्ण दस्तावेज, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और लेन-देन से जुड़ी सामग्री बरामद की गई। अधिकारियों का कहना है कि बरामद दस्तावेजों से इस आर्थिक अपराध की पूरी गुत्थी सुलझाने में मदद मिलेगी।
ईडी ने बताया कि डिजिटल अरेस्ट का इस्तेमाल पहली बार किसी उद्योगपति के मामले में किया गया है। इससे आरोपी को तुरंत न्यायिक नियंत्रण में लाया गया और डिजिटल माध्यम से गिरफ्तारी की प्रक्रिया पूरी की गई। अधिकारियों ने कहा कि यह कदम तेजी से कार्रवाई करने और अपराधियों को पकड़ने की दिशा में महत्वपूर्ण है।
राजस्थान और अन्य राज्यों में जारी छापेमारी के दौरान कई लोगों से पूछताछ भी की गई। ईडी का कहना है कि पूछताछ और जांच के बाद अन्य सहयोगियों और आरोपी से जुड़े नेटवर्क का पता लगाया जाएगा। उन्होंने चेतावनी दी कि आर्थिक अपराध में शामिल कोई भी व्यक्ति कानूनी कार्रवाई से बच नहीं सकेगा।
आर्थिक अपराध विशेषज्ञों ने इस कार्रवाई की सराहना की। उनका कहना है कि डिजिटल माध्यम से अपराध करने वालों के खिलाफ ऐसी कार्रवाई भविष्य में न केवल न्याय सुनिश्चित करेगी, बल्कि आम जनता और निवेशकों के विश्वास को भी बनाए रखेगी।
स्थानीय प्रशासन और पुलिस विभाग भी ईडी की इस कार्रवाई में सहयोग कर रहे हैं। अधिकारियों ने बताया कि जांच पूरी होने के बाद आरोपी को अदालत में पेश किया जाएगा और उसके खिलाफ ठगी और धोखाधड़ी के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
इस घटना ने राजस्थान और अन्य प्रभावित राज्यों में निवेशकों और जनता के बीच जागरूकता बढ़ा दी है। विशेषज्ञों ने लोगों से अपील की है कि वे किसी भी डिजिटल या ऑनलाइन निवेश के मामले में सतर्क रहें और निवेश से पहले पूरी जानकारी जुटाएं।

