फलोदी में कांस्टेबल की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत, गांव में दूर स्थान पर मिला शव, पुलिस जांच में जुटी

जैसलमेर जिले के फलोदी क्षेत्र से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां भोजासर थाने में तैनात कांस्टेबल शैतानाराम की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। कांस्टेबल का शव आज सुबह पलीना साथरी गांव में एक सुनसान स्थान पर गंभीर हालत में पाया गया, जिसके बाद क्षेत्र में हड़कंप मच गया।
जानकारी के अनुसार, स्थानीय ग्रामीणों ने सबसे पहले शैतानाराम को गांव के एक सुदूर इलाके में अचेत अवस्था में देखा और तुरंत पुलिस को सूचना दी। इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस टीम और ग्रामीणों की मदद से उन्हें फलोदी जिला अस्पताल पहुंचाया गया। अस्पताल में डॉक्टरों ने जांच के बाद शैतानाराम को मृत घोषित कर दिया।
शैतानाराम भोजासर थाने में कार्यरत थे और उनकी ड्यूटी में किसी तरह की लापरवाही या तनाव की सूचना फिलहाल सामने नहीं आई है। मौत के कारणों का अब तक स्पष्ट पता नहीं चल पाया है, लेकिन शुरुआती जांच में मामला संदिग्ध प्रतीत हो रहा है। खास बात यह है कि कांस्टेबल का शव गांव से काफी दूर, एक निर्जन क्षेत्र में मिला, जिससे कई सवाल खड़े हो गए हैं।
घटना की सूचना मिलते ही शैतानाराम के परिजन भी अस्पताल पहुंच गए। अपने परिवार के जवान बेटे को मृत देखकर उनका रो-रोकर बुरा हाल हो गया। मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने परिजनों को सांत्वना दी और मामले की पूरी जांच का आश्वासन दिया।
फलोदी पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। साथ ही यह भी जांच की जा रही है कि आखिर शैतानाराम वहां कैसे पहुंचे और किन हालात में उनकी मौत हुई।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, प्रथम दृष्टया कोई चोट के निशान स्पष्ट रूप से नहीं मिले हैं, लेकिन मामला गंभीर है और हर पहलू से जांच की जा रही है। फॉरेंसिक टीम को भी मौके पर बुलाया गया है, ताकि तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर घटना की सच्चाई सामने लाई जा सके।
इस घटना ने पुलिस महकमे को भी झकझोर कर रख दिया है, क्योंकि एक ऑन-ड्यूटी कांस्टेबल की इस तरह की मौत न केवल विभागीय सतर्कता पर सवाल उठाती है, बल्कि पुलिसकर्मियों की सुरक्षा और मानसिक स्थिति को लेकर भी चिंताएं बढ़ाती है।
फिलहाल फलोदी पुलिस पूरे मामले की तह तक जाने की कोशिश कर रही है और जल्द ही पोस्टमार्टम रिपोर्ट तथा अन्य जांच के आधार पर वास्तविक कारणों का खुलासा होने की उम्मीद है।