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राजस्थान सरकार को बड़ा झटका, MoU पर आया संकट, उद्योग विभाग से लेकर ऊर्जा विभाग के अफसरों के उड़े होश
 

राजस्थान सरकार को बड़ा झटका, MoU पर आया संकट, उद्योग विभाग से लेकर ऊर्जा विभाग के अफसरों के उड़े होश

राइजिंग राजस्थान इन्वेस्टमेंट ग्लोबल समिट में ऊर्जा क्षेत्र में एमओयू करने वाली चार कंपनियों के एमओयू पर रोक लगा दी गई है। इनमें देश की नामी कंपनियां भी शामिल हैं। वहीं, भारत सरकार का उपक्रम सोलर एनर्जी कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एसईसीआई) प्रस्तावित निवेश को 1.50 लाख करोड़ रुपए से घटाकर 50 हजार करोड़ रुपए कर रहा है। सभी ने हाल ही में इस बारे में मौखिक जानकारी दी है।

ऊर्जा विभाग के अधिकारी हैरान

ऐसी स्थिति में प्रदेश में 1.26 लाख करोड़ रुपए का निवेश कम हो जाएगा। इस स्थिति के बाद उद्योग विभाग से लेकर ऊर्जा विभाग के अधिकारी हैरान हैं। नोडल अधिकारी से लेकर वरिष्ठ अधिकारी फिर से इनसे संपर्क कर इन्हें मनाने का प्रयास कर रहे हैं। इन सभी ने समिट में एमओयू पर हस्ताक्षर कर राजस्थान में निवेश की इच्छा जताई थी।

कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया

सूत्रों के अनुसार, तीन कंपनियों ने दो अलग-अलग एमओयू का जिक्र किया है और एक एमओयू को निरस्त करने की बात कही है। वहीं, एक कंपनी की वित्तीय स्थिति ठीक नहीं है। जब इनसे निवेश के बारे में बात की गई तो यह स्थिति सामने आई। समिट में 35 लाख करोड़ के एमओयू साइन हुए, जिसमें सबसे ज्यादा अकेले ऊर्जा क्षेत्र में हुए, जिसकी कीमत 26 लाख करोड़ थी। इस संबंध में उद्योग और ऊर्जा विभाग के किसी भी अधिकारी ने कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया। इन सवालों के जवाब चाहिए.. 1- क्या इन कंपनियों से एमओयू साइन करने के लिए संपर्क किया गया था या वे खुद निवेश करने आई थीं? 2- जिन अधिकारियों को इनके निवेश को धरातल पर लाने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी, उन्होंने क्या किया? 3- क्या यह जानकारी पहले नहीं मिली कि कंपनी की वित्तीय स्थिति ठीक नहीं है? 4- अगर मुख्यमंत्री लगातार निवेश करने वाली कंपनियों से संपर्क में रहने के निर्देश देते रहे, तो होमवर्क में कमी कैसे हुई? 11628 रुपये का एमओयू। 35 लाख करोड़
विभाग - निवेश - संख्या
ऊर्जा - 26.07 531
उद्योग - 3.28 3675
खान - 1.72 1034
शहरी विकास - 1.21 637
पर्यटन - 0.74 1156
कृषि - 0.55 2424
शिक्षा - 0.48 569
चिकित्सा - 0.37 389
डीओआईटी - 0.19 108
विमानन - 0.11 9
स्वशासन - 0.08 51
अन्य - 0.18 57
*लाख करोड़ रुपए में निवेश

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