आरोपी गोविंद तेतरवाल 11 दिन की रिमांड के बाद न्यायिक हिरासत में भेजा गया, पूछताछ में कई बड़े खुलासे

राजस्थान में हुए वनरक्षक भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में अहम गिरफ्तारी के बाद जांच का दायरा लगातार बढ़ता जा रहा है। मुख्य आरोपी गोविंद तेतरवाल को विशेष संचालन समूह (SOG) ने आज 11 दिन की पुलिस रिमांड पूरी होने के बाद कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेजने के आदेश दिए गए।
पूछताछ में बड़ा खुलासा
सूत्रों के अनुसार, एसओजी की पूछताछ में गोविंद तेतरवाल ने महत्वपूर्ण खुलासे किए हैं। उसने स्वीकार किया कि उसने केवल खुद ही नहीं, बल्कि कई अन्य लोगों को भी परीक्षा से पहले पेपर पढ़वाया था, जिससे यह मामला व्यापक और संगठित नेटवर्क की ओर इशारा करता है।
जांच अधिकारी के अनुसार:
“गोविंद ने कई नाम बताए हैं जिनसे उसका संपर्क था और जिन्हें वह प्रश्नपत्र मुहैया करवा चुका था। इन नामों की जांच की जा रही है और जल्दी ही कुछ और गिरफ्तारियां संभव हैं।”
पेपर लीक मामले में गहराता नेटवर्क
अब तक की जांच में यह बात सामने आई है कि यह पेपर लीक एक पूर्व-नियोजित साजिश के तहत हुआ और इसमें शिक्षा माफिया, कोचिंग सेंटर, और कुछ सरकारी कर्मचारी भी संलिप्त हो सकते हैं। एसओजी ने गोविंद से बरामद मोबाइल, लैपटॉप, और डिजिटल डेटा की गहनता से जांच शुरू कर दी है।
मामले में क्या हुआ अब तक?
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गोविंद तेतरवाल को कुछ दिन पहले एसओजी ने गिरफ्तार किया था।
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रिमांड पर लेकर उससे 11 दिन तक पूछताछ की गई।
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उसने पेपर पढ़वाने और अन्य लोगों से संपर्क की बात मानी।
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अब उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया है।
आगे की कार्रवाई
एसओजी इस केस में अब डिजिटल ट्रेल, कॉल डिटेल्स, बैंकिंग ट्रांजैक्शन समेत कई पहलुओं की जांच कर रही है। संभावना जताई जा रही है कि आने वाले दिनों में राज्य के अन्य हिस्सों से भी कुछ बड़ी गिरफ्तारियां हो सकती हैं। साथ ही परीक्षा में शामिल छात्रों की सूची से संभावित लाभार्थियों की पहचान की जा रही है।