
राजस्थान में नकली खाद और बीज की बिक्री को लेकर चल रही सख्ती के तहत राज्य सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा द्वारा की गई छापेमारी के बाद कृषि विभाग के 11 अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है। इन अधिकारियों पर नकली खाद-बीज बनाने और बेचने वाली कंपनियों से मिलीभगत के आरोप लगे हैं।
कृषि आयुक्तालय ने जारी किए आदेश
कृषि आयुक्तालय की ओर से जारी निलंबन आदेश में स्पष्ट किया गया है कि जिन अधिकारियों को सस्पेंड किया गया है, वे लंबे समय से खाद-बीज की आपूर्ति करने वाली निजी कंपनियों के साथ गठजोड़ करके किसानों को गुमराह कर रहे थे। इन अफसरों की लापरवाही और मिलीभगत के चलते नकली और घटिया गुणवत्ता वाले खाद-बीज किसानों तक पहुंच रहे थे, जिससे खेती को नुकसान हो रहा था।
मंत्री की छापेमारी से हड़कंप
कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने हाल ही में प्रदेश के कई जिलों में नकली खाद और बीज बनाने वाली फैक्ट्रियों पर छापेमारी की थी। इस दौरान कई स्थानों पर घटिया सामग्री बरामद की गई और सैंपल फेल होने के बाद कार्रवाई की सिफारिश की गई थी। मंत्री ने साफ कहा था कि किसानों के साथ धोखा करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा, चाहे वह निजी कंपनी हो या सरकारी अधिकारी।
दोषियों पर चलेगी विभागीय जांच
निलंबन के साथ ही विभाग ने इन अधिकारियों के खिलाफ विभागीय जांच शुरू कर दी है। जांच के जरिए यह पता लगाया जाएगा कि इन अफसरों ने किन-किन कंपनियों को नियमों के विरुद्ध लाइसेंस जारी किए, और किस हद तक मिलीभगत में शामिल थे। जांच पूरी होने के बाद आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
किसानों में बढ़ा भरोसा
सरकार की इस कार्रवाई के बाद किसानों में एक हद तक संतोष और भरोसे का माहौल बना है। लंबे समय से किसान संगठन यह मांग कर रहे थे कि नकली खाद-बीज बेचने वालों पर कठोर कार्रवाई की जाए। अब जब सरकार ने खुद मंत्री स्तर से छापेमारी कर कार्रवाई की है, तो किसानों को लग रहा है कि उनकी आवाज सुनी जा रही है।