अंबाला कैंट रेलवे स्टेशन पर वंदे भारत एक्सप्रेस को लेकर यात्रियों का हंगामा, रूट बदलने और देरी से परेशान

अंबाला छावनी रेलवे स्टेशन पर शुक्रवार को उस समय हंगामे की स्थिति बन गई जब दैनिक यात्रियों ने वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की लगातार देरी और रूट परिवर्तन के विरोध में स्टेशन पर प्रदर्शन किया। गुस्साए यात्रियों ने ट्रेन को रोककर रेल प्रशासन के खिलाफ अपना रोष जाहिर किया, जिससे कुछ समय के लिए रेल यातायात बाधित हो गया।
वंदे भारत की देरी और रूट परिवर्तन बना नाराजगी की वजह
जानकारी के मुताबिक, वंदे भारत एक्सप्रेस पिछले कई दिनों से निर्धारित समय से देरी से चल रही है, जिससे दैनिक यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। यह स्थिति तब और बिगड़ गई जब रेलवे ने बिना किसी पूर्व वैकल्पिक योजना के इस ट्रेन का रूट अंबाला से बदलकर हिसार कर दिया। यात्रियों का कहना है कि इस निर्णय से उनकी यात्रा की दिनचर्या अस्त-व्यस्त हो गई है।
स्टेशन पर अफरा-तफरी का माहौल
गुस्साए यात्रियों ने शुक्रवार सुबह स्टेशन पर पहुंचकर रेल लाइन पर बैठकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। यात्रियों की भीड़ ने वंदे भारत एक्सप्रेस को रोका और नारेबाजी करते हुए रेलवे प्रशासन के खिलाफ अपनी नाराजगी जाहिर की। प्रदर्शन के कारण स्टेशन पर अफरा-तफरी मच गई और अन्य ट्रेनों की आवाजाही भी प्रभावित हुई।
आरपीएफ और जीआरपी ने संभाला मोर्चा
स्थिति को गंभीर होते देख रेलवे सुरक्षा बल (RPF) और Government Railway Police (GRP) के अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंचे और स्थिति को संभालने का प्रयास किया। अधिकारियों ने यात्रियों से बातचीत कर उनकी समस्याएं सुनीं और भरोसा दिलाया कि उनकी शिकायतों को रेलवे प्रशासन तक पहुंचाया जाएगा। करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद यात्रियों को रेल पटरियों से हटाया गया और वंदे भारत एक्सप्रेस को आगे रवाना किया गया।
यात्री बोले- समय और सुविधा का हो ध्यान
प्रदर्शनकारी यात्रियों का कहना था कि रेलवे प्रशासन को बिना किसी वैकल्पिक इंतजाम के रूट नहीं बदलना चाहिए था। अंबाला से चंडीगढ़ या दिल्ली की ओर जाने वाले हजारों दैनिक यात्रियों को इस फैसले से असुविधा हुई है। यात्रियों ने रेलवे से मांग की है कि या तो पुराना रूट बहाल किया जाए या हिसार रूट के लिए वैकल्पिक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं।
रेलवे का पक्ष
इस घटना को लेकर आरपीएफ के एसएचओ रवींद्र सिंह ने बताया कि चंडीगढ़ जाने वाली पैसेंजर ट्रेन जो हिसार से आती है, वह आज सुबह देरी से पहुंची। इससे यात्रियों में गुस्सा भड़क गया और उन्होंने प्रदर्शन किया। हालांकि अधिकारियों की समझाइश के बाद स्थिति नियंत्रण में आ गई और ट्रेन ऑपरेशन में लगभग आधे घंटे की देरी के बाद सब कुछ सामान्य हो गया।
निष्कर्ष
अंबाला कैंट रेलवे स्टेशन पर हुआ यह विरोध प्रदर्शन रेलवे के लिए एक चेतावनी है कि यात्रियों की समस्याओं और सुविधाओं की अनदेखी अब बर्दाश्त नहीं की जा रही। प्रशासन को चाहिए कि वह यात्रियों की आवाज को गंभीरता से लेते हुए जल्द समाधान की दिशा में कदम उठाए, ताकि भविष्य में इस तरह की स्थिति दोबारा उत्पन्न न हो।