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पंजाब: अमृतसर ग्रामीण पुलिस ने अवैध हथियार तस्करी रैकेट का किया भंडाफोड़, चार गिरफ्तार

अमृतसर, 13 जून (आईएएनएस)। सीमा पार हथियार तस्करी अभियान को एक बड़ा झटका देते हुए, अमृतसर ग्रामीण पुलिस ने एक अवैध हथियार तस्करी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया है और नौ हथियारों की बरामदगी के साथ चार गुर्गों को गिरफ्तार किया है।
पंजाब: अमृतसर ग्रामीण पुलिस ने अवैध हथियार तस्करी रैकेट का किया भंडाफोड़, चार गिरफ्तार

अमृतसर, 13 जून (आईएएनएस)। सीमा पार हथियार तस्करी अभियान को एक बड़ा झटका देते हुए, अमृतसर ग्रामीण पुलिस ने एक अवैध हथियार तस्करी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया है और नौ हथियारों की बरामदगी के साथ चार गुर्गों को गिरफ्तार किया है।

पंजाब डीजीपी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "खुफिया जानकारी के आधार पर की गई कार्रवाई में अमृतसर ग्रामीण पुलिस ने इटली स्थित गुरप्रीत सिंह उर्फ ​​गोपी से जुड़े एक अवैध हथियार तस्करी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया है, जो पाकिस्तान स्थित तस्करों के साथ मिलकर काम कर रहा था। पुलिस ने चार गुर्गों को गिरफ्तार किया है और 9 हथियार बरामद किए हैं। आपूर्ति मार्गों का पता लगाने, अतिरिक्त सहयोगियों की पहचान करने और विदेशी संचालकों के साथ गहरे संबंध स्थापित करने के लिए आगे की जांच चल रही है। आर्म्स एक्ट और एनडीपीएस एक्ट, पीएस घरिंडा के तहत एक एफआईआर दर्ज की गई है।"

पोस्ट में आगे कहा गया है, "पंजाब पुलिस संगठित आपराधिक गिरोहों को खत्म करने तथा राज्य की शांति एवं सुरक्षा की रक्षा करने की अपनी प्रतिबद्धता पर अडिग है।"

इससे पहले अमृतसर कमिश्नरेट पुलिस ने एक सुव्यवस्थित नार्को-हवाला गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जिसका कथित तौर पर नेतृत्व अर्शदीप कर रहा था, जो वर्तमान में गोइंदवाल जेल में बंद है।

मिली जानकारी के मुताबिक सटीक खुफिया जानकारी के आधार पर कार्रवाई करते हुए पुलिस टीमों ने छह गुर्गों को गिरफ्तार किया और 4.526 किलोग्राम हेरोइन तथा 8.7 लाख रुपये की ड्रग मनी बरामद की। प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि अर्शदीप ने अपने साथियों जसप्रीत और करण के साथ मिलकर ड्रग व्यापार और हवाला लेन-देन की साजिश रची। करण, गुरमीत और राजिंदरपाल के साथ मिलकर पंजाब के विभिन्न जिलों में सीमा पार से ड्रग की खेपों की प्राप्ति और वितरण का प्रबंधन करता था।

पुलिस ने कहा, "जसप्रीत द्वारा मादक पदार्थों के व्यापार से प्राप्त आय को हवाला चैनलों के माध्यम से दुबई, यूएई और उसके बाद पाकिस्तान भेजा जाता था। जेल के अंदर अर्शदीप द्वारा इस्तेमाल किया गया एक मोबाइल फोन जब्त किया गया, जो उनके सीमा पार के संचालन के महत्वपूर्ण सबूत प्रदान करता था।"

--आईएएनएस

एकेएस/केआर

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