नगालैंड के राज्यपाल एल गणेशन के निधन से राजनितिक गलियारों में शोक! सिर की चोट से बिगड़ी तबीयत; प्रधानमंत्री ने जताया दुख
नागालैंड के राज्यपाल एल गणेशन का निधन हो गया है। वह 80 वर्ष के थे। एल गणेशन 8 अगस्त को अपने घर में गिर गए थे, जिससे उनके सिर में गंभीर चोटें आईं थीं। एल गणेशन को इलाज के लिए चेन्नई के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहाँ शुक्रवार शाम उन्होंने अंतिम सांस ली।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के तमिलनाडु के पूर्व अध्यक्ष अन्नामलाई समेत कई वरिष्ठ नेताओं ने नागालैंड के राज्यपाल एल गणेशन के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट करके नागालैंड के राज्यपाल एल गणेशन के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने X पोस्ट में उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की और लिखा कि उन्हें एक समर्पित राष्ट्रवादी के रूप में याद किया जाएगा जिन्होंने अपना जीवन सेवा और राष्ट्र निर्माण के लिए समर्पित कर दिया। उन्होंने (एल गणेशन) तमिलनाडु में भाजपा के विस्तार के लिए कड़ी मेहनत की। उनका तमिल संस्कृति से भी गहरा जुड़ाव था।
तमिलनाडु के पूर्व भाजपा अध्यक्ष अन्नामलाई ने भी इंस्टाग्राम पर पोस्ट कर एल गणेशन के निधन पर शोक व्यक्त किया है। अन्नामलाई ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में एल गणेशन के परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए उनके निधन को तमिल समुदाय के लिए एक बड़ी क्षति बताया है। गौरतलब है कि 16 फरवरी 1945 को जन्मे एल गणेशन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से भी जुड़े थे। वे तमिलनाडु भाजपा के सबसे वरिष्ठ नेताओं में से एक थे।
इलाकुमिरकावन और अलामेलु के एक ब्राह्मण परिवार से आने वाले एल गणेशन मध्य प्रदेश से राज्यसभा के सदस्य भी रह चुके हैं। उन्होंने फरवरी 2023 में नागालैंड के राज्यपाल का पदभार संभाला था और इस पद पर बने रहे। एल गणेशन अगस्त 2021 से नागालैंड के राज्यपाल बनाए जाने तक मणिपुर के राज्यपाल रहे। 2022 के उपराष्ट्रपति चुनाव से पहले जब पश्चिम बंगाल के राज्यपाल रहे जगदीप धनखड़ ने इस्तीफा दिया, तो एल गणेशन को इस राज्य का भी अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया।
उनके सिर में गंभीर चोट लगी थी और उनका आईसीयू में इलाज चल रहा था
एल गणेशन 8 अगस्त को चेन्नई के टी नगर स्थित अपने आवास पर गिर पड़े। गिरने से उनके सिर में गंभीर चोट आई। उन्हें बेहोशी की हालत में अस्पताल ले जाया गया, जहाँ उन्हें आईसीयू में भर्ती कराया गया। वे सात दिनों तक डॉक्टरों की निगरानी में रहे। जानकारी के अनुसार, उनका शरीर इलाज का जवाब नहीं दे रहा था।

