सोनम गुप्ता बेवफा है! 10 रुपये का वो नोट 9 साल बाद फिर क्यों हो रहा है वायरल? जानें पुलिस रिमांड में सोनम के कैसे गुजर रहे दिन

मेघालय के शिलॉन्ग में राजा रघुवंशी हत्या मामले की जांच तेज हो गई है। इस मामले में राजा रघुवंशी की पत्नी सोनम रघुवंशी समेत कुल पांच आरोपियों से लगातार कई घंटों तक पूछताछ की जा रही है। शिलॉन्ग पुलिस हर गुत्थी सुलझाने में जुटी है और आरोपियों से सच उगलवाने के लिए विभिन्न रणनीतियां अपना रही है।
सोनम को अन्य आरोपियों से अलग, ग्राउंड फ्लोर के एक 10×10 फीट के लॉकअप में रखा गया है। यहां उसे सोने के लिए दरी और ओढ़ने के लिए चादर दी गई है। पुलिस ने उसकी डिमांड पर शिलॉन्ग के बाजार से सफेद रंग की टी-शर्ट और भूरे रंग का लोअर भी खरीदा है, जिससे सोनम का लॉकअप में गेटअप पहले से काफी अलग हो गया है। जब सोनम गाजीपुर से पुलिस के हाथ लगी थी, तब वह काले रंग की टी-शर्ट और लोअर में थी, लेकिन अब उसने पुलिस की सुविधा के अनुसार अपने पहनावे में बदलाव किया है।
पुलिस का मानना है कि अच्छे माइंड सेट के लिए आरोपी को अच्छा खाना और कपड़े मिलना जरूरी है ताकि वह पुलिस से खुलकर बातचीत करे और पूछताछ के दौरान सही-सही जवाब दे। इसी को ध्यान में रखते हुए सोनम को नॉर्थ इंडियन खाना दिया जा रहा है और सुबह-सुबह उसका नाश्ता भी समय पर दिया जाता है।
सोनम से रोजाना सुबह 11 बजे से शाम 6 बजे तक लगातार अलग-अलग तरह की पूछताछ होती है। पुलिस उसकी हर गतिविधि पर सीसीटीवी के जरिए नजर रखे हुए है। सोनम से मिलने की अनुमति केवल दो महिला पुलिसकर्मियों को ही है, जो अलग-अलग शिफ्ट में उसकी देखभाल कर रही हैं। इसके अलावा किसी और को उससे मिलने की इजाजत नहीं है।
शिलॉन्ग के सदर थाने में गिरफ्तार सभी आरोपियों को अलग-अलग लॉकअप में रखा गया है। विशेष रूप से सोनम को बाकी आरोपियों से दूर रखा गया है, ताकि जांच में कोई बाधा न आए। 9 जून से सोनम मेघालय पुलिस की कस्टडी में है। पहले वह तीन दिन ट्रांजिट रिमांड पर थी और 11 जून को शिलॉन्ग की एडिशनल डिस्ट्रिक्ट जज कोर्ट ने उसे आठ दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया।
पुलिस पूछताछ के साथ-साथ मामले के क्राइम सीन को रीक्रिएट करने के लिए भी तैयारी कर रही है। इसके तहत सोनम और सभी आरोपियों को लेकर मर्डर स्थल पर ले जाया जाएगा ताकि घटना की पूरी जानकारी जुटाई जा सके।
राजा रघुवंशी हत्या मामले की जांच फिलहाल शिलॉन्ग पुलिस की सर्वोच्च प्राथमिकता बनी हुई है। जांच अधिकारी आरोपियों से हर छोटी-बड़ी जानकारी जुटाने में लगे हैं ताकि इस हत्या की पूरी सच्चाई सामने आ सके और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जा सके।