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कर्नल सोफिया कुरैशी के खिलाफ बेशर्म बयान मामले में मंत्री विजय शाह का एसआइटी से सामना, पूछताछ के दौरान खुलासा

कर्नल सोफिया कुरैशी के खिलाफ बेशर्म बयान मामले में मंत्री विजय शाह का एसआइटी से सामना, पूछताछ के दौरान खुलासा

मध्य प्रदेश के आदिम जाति कल्याण मंत्री विजय शाह को आखिरकार कर्नल सोफिया कुरैशी के खिलाफ दिए गए बेशर्म बयान के मामले में एसआइटी (विशेष जांच दल) से दो माह बाद आमना-सामना करना पड़ा। यह मामला तब चर्चा में आया था जब मंत्री शाह ने एक सार्वजनिक भाषण में कर्नल सोफिया कुरैशी पर अभद्र और विवादित टिप्पणी की थी, जिससे न केवल समाज में असहमति का माहौल बना, बल्कि कर्नल सोफिया कुरैशी को भी मानसिक रूप से ठेस पहुंची।

सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर गठित तीन सदस्यीय एसआइटी इस बयान की गहराई से जांच कर रही है, और अब तक की पूछताछ में महत्वपूर्ण तथ्य सामने आए हैं। एसआइटी की टीम ने मंत्री विजय शाह से भोपाल में बंद कमरे में करीब एक घंटे तक पूछताछ की। इस पूछताछ के दौरान मंत्री से बयान के संदर्भ में विस्तृत जानकारी ली गई, जिसमें उनके बयान के इरादे और उसकी सार्वजनिक प्रतिक्रिया को लेकर सवाल उठाए गए।

एसआइटी की जांच और मंत्री शाह का बयान

एसआइटी के सदस्यों ने मंत्री शाह से उनके बयान की पृष्ठभूमि, स्थिति और बयान देने के बाद के घटनाक्रम के बारे में सवाल किया। सूत्रों के मुताबिक, एसआइटी ने यह भी पूछा कि क्या बयान जानबूझकर या किसी खास मकसद के तहत दिया गया था। इस दौरान मंत्री शाह ने अपनी ओर से दिए गए बयान का बचाव किया, लेकिन एसआइटी ने गहनता से मामले को सामने रखा और आरोपों की जांच जारी रखने की बात कही।

कर्नल सोफिया कुरैशी की प्रतिक्रिया

कर्नल सोफिया कुरैशी ने मंत्री शाह के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी, जिसे उन्होंने ना केवल अनुशासनहीनता के रूप में देखा, बल्कि यह महिलाओं के खिलाफ हिंसक मानसिकता को बढ़ावा देने वाला भी माना था। उन्होंने कहा था कि मंत्री का बयान उनके सम्मान पर हमला था और उन्होंने सरकार से इस मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग की थी। कर्नल कुरैशी ने कहा कि इस तरह के बयान से न केवल उनके बल्कि समाज की महिलाएं भी प्रभावित होती हैं, और ऐसे बयानों का कोई स्थान नहीं होना चाहिए।

मंत्री पर कार्रवाई की मांग

कर्नल सोफिया कुरैशी के समर्थकों और महिला संगठनों ने मंत्री विजय शाह के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की थी। महिला संगठनों का कहना था कि यह बयान महिलाओं के खिलाफ अपमानजनक था और इससे समाज में महिला विरोधी मानसिकता को बढ़ावा मिलेगा।

मंत्री के बचाव में बयान

वहीं, मंत्री विजय शाह ने अपनी सफाई में कहा कि उनके बयान का गलत अर्थ निकाला गया है। उनका उद्देश्य कभी भी किसी व्यक्ति विशेष को नीचा दिखाने का नहीं था। मंत्री शाह ने दावा किया कि उनका बयान किसी और संदर्भ में था और उन्होंने कभी भी कर्नल सोफिया कुरैशी या किसी भी अन्य महिला का अपमान करने का इरादा नहीं रखा था। हालांकि, इस सफाई के बाद भी मामला गंभीर बना हुआ है और एसआइटी की जांच में और भी कई पहलुओं को उजागर किया जा सकता है।

एसआइटी की भविष्यवाणी और आगे की कार्रवाई

एसआइटी के सदस्य इस समय मामले के हर पहलु की जांच कर रहे हैं, जिसमें बयान के प्रभाव, उसका संदर्भ और उससे जुड़े अन्य महत्वपूर्ण तथ्य शामिल हैं। जांच के बाद ही यह तय किया जाएगा कि मंत्री विजय शाह के खिलाफ कोई कानूनी कार्रवाई की जाए या नहीं। एसआइटी का मानना है कि यह मामला न केवल एक सार्वजनिक बयान से संबंधित है, बल्कि यह समाज में महिलाओं की स्थिति और उनके सम्मान से भी जुड़ा हुआ है, इसलिए इस मामले में सख्त कार्रवाई जरूरी है।

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